नई दिल्ली: इजराइल ने पिछले कई महीनों से जारी जंग के बाद आखिरकार हसाम चीफ इस्माइल हानिया को मार गिराया है। हानिया के मारे जाने की पुष्टि हमास की ओर से की गई है। फिलिस्तीनी चरमपंथी गुट हमास की ओर से बुधवार को इसकी घोषणा की गई। हालांकि हमास की ओर से इस बात की विस्तृत जानकारी नहीं दी गई है कि हानिया को कैसे मारा गया।
हमास की ओर से जारी बयान में कहा गया है, ‘वीर फिलिस्तीन राष्ट्र, इस्लामी राष्ट्र और प्रतिरोध मोर्चे के लड़ाकों और महान राष्ट्र ईरान की ओर से संवेदना के साथ हम सूचित कर रहे हैं आज सुबह (बुधवार) डॉ. इस्माइल हानिया के तेहरान में आवास पर हमला किया गया और इस घटना में वह और उनका एक बॉडीगार्ड शहीद हो गए।’
हमास ने बताया है कि हानिया ईरान के नए राष्ट्रपति मसूद पेजेश्कियान के पदभार ग्रहण करने के समारोह में शामिल होने तेहरान पहुंचे थे। समारोह के बाद हानिया ने ईरान के सर्वोच्च नेता अयातुल्ला अली खामेनई से भी मंगलवार को मुलाकात की थी।
इससे पहले इसी साल अप्रैल में हानिया के तीन बेटे और चार पोते भी एक एयरस्ट्राइक में मारे गए थे। हमास ने इसकी भी पुष्टि की थी। हानिया उस हमले के समय कतर में था। हानिया ने तब बयान जारी कर कहा था, ‘जो कोई भी यह सोचता है कि बातचीत के दौरान और समझौते पर सहमति बनने से पहले मेरे बच्चों को निशाना बनाकर वह हमास को अपनी मांगों से पीछे हटने के लिए मजबूर कर देगा, तो वह भ्रम में है।’
इस्माइल हानिया कौन था…कब जुड़ा हमास से?
इस्माइल हानिया हमास के पॉलिटिकल ब्यूरो के प्रमुख थे। 62 वर्षीय हानिया का जन्म गाजा शहर के नजदीक ही एक शरणार्थी शिविर में हुआ था। 1980 के दशक के अंत में पहले ‘इंतिफादा या विद्रोह’ के दौरान हमास में शामिल हुआ था। जैसे-जैसे हमास की शक्ति बढ़ती गई, हानिया भी इस संगठन में रैंक में आगे बढ़ता गया। साल 2004 में उसे एक गुप्त ‘सामूहिक नेतृत्व’ का हिस्सा बनाया गया। इसके बाद फिर 2006 में उसे फिलिस्तीन प्राधिकरण का प्रधानमंत्री नामित किया गया। यह तारीख 16 फरवरी की थी। चार दिन बाद ही 20 फरवरी को हानिया को प्रधानमंत्री नियुक्त भी कर दिया गया। साल 2017 तक वह समूह के पॉलिटिकल ब्यूरो का प्रमुख बन गया था। इसके तत्काल बाद अमेरिका ने उसे 2018 में ‘वैश्विक आतंकवादी’ की लिस्ट में शामिल किया था।
हिज्बुल्लाह का टॉप कमांडर भी मारा गया
इजराइल ने बुधवार को यह भी दावा किया है उसने लेबनान की राजधानी बेरूत के दक्षिणी इलाके में एक हमले में हिज्बुल्लाह के टॉप कमांडर को मार दिया है। इसराइली सेना ने बताया है कि खुफिया जानकारी के आधार पर उसने हिज्बुल्लाह के शीर्ष कमांडर फौद शुक्र को मार गिराया है। इजराइल के अनुसार फौद को निशाना बनाकर फाइटर जेट्स से हमला किया था। इस मामले में हालांकि हिज्बुल्लाह की ओर से कोई बयान जारी नहीं हुआ है।
वहीं, बीबीसी की एक रिपोर्ट के अनुसार बेरूत के सुरक्षा सूत्रों का कहना है कि इजराइल के हमले के समय फौद शुक्र वहां मौजूद नहीं था। दरअसल, पिछले शनिवार को इजराइल ने अपने नियंत्रण वाले गोलान हाइट्स पर हमले के बाद से ही हिज्बुल्लाह पर हमले तेज कर दिए थे। इजराइल ने कहा है कि गोलान हाइट्स पर हमले के लिए फौद शुक्र ही जिम्मेदार था। हिज्बुल्लाह ने हालांकि गोलान हाइट्स पर हमले से इनकार किया था।