एथेंस: ग्रीस के कई हिस्सों में जंगल की आग बुधवार को बेकाबू हो गई। देश के उत्तर-पश्चिमी पेलोपोनिस, पश्चिमी एटिका, चिओस और जैकिंथोस जैसे द्वीपों पर आग का सबसे बुरा असर देखने को मिल रहा है। तेज हवाओं और सूखे ने आग की लपटों को और भड़का दिया है, जिससे हजारों लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है। इस आपदा के कारण सड़कें बंद हो गईं, बिजली गुल हो गई और कई आपातकालीन बचाव अभियान चलाने पड़े। पिछले 48 घंटों में पूरे ग्रीस में 152 से ज्यादा नई जगहों पर आग लगी है।

सरकारी टेलीविजन ईआरटी के मुताबिक, खाया क्षेत्र में पेट्रास के औद्योगिक इलाके में मंगलवार देर रात नई आग भड़क गई, जिसने घरों, वाहनों, वर्कशॉप और फैक्ट्रियों को जला दिया। प्रशासन ने काटो अखाया, व्राखनाइका और 25 अन्य बस्तियों को खाली करने का आदेश दिया। प्रमुख राजमार्गों और रिंग रोड को बंद कर दिया गया और करामंदानेइयो बच्चों के अस्पताल को भी रात में खाली कराया गया।

प्रेवेजा (एपिरस) क्षेत्र में आग ने लगभग 30 किलोमीटर तक फैले गांवों को अपनी चपेट में ले लिया। कई घर जल गए और खेतों में गैस टैंकों के फटने जैसी धमाकों की आवाजें सुनी गईं। इसके बाद कई इलाकों की बिजली गुल हो गई और पशुधन का नुकसान हुआ। शरणार्थी केंद्र से लोगों को बसों द्वारा निकाला गया।

चियोस द्वीप पर, आग ने वोलिसोस समेत कई गांवों को प्रभावित किया है। तटरक्षक बल और निजी नौकाओं ने समुद्र तट पर फंसे लोगों को बचाया। कई घर, खेत, वाहन और यहां तक कि प्रार्थना स्थलों को भी नुकसान पहुंचा है। वहीं जैकिंथोस द्वीप पर 15 किलोमीटर से अधिक क्षेत्र में फैली आग के चलते पर्यटक स्थलों समेत कई गांवों को खाली कराया गया।

पश्चिमी अटिका के मेगारा इलाके में तड़के लगी आग से सड़कों को बंद करना पड़ा है। हालांकि सुबह तक हालात में कुछ सुधार हुआ। पिछले 48 घंटों में ग्रीस में 152 नई आग की घटनाएं दर्ज की गईं, जिनसे निपटने के लिए 4,850 अग्निशामक और 62 विमान तैनात किए गए।

हाल के हफ्तों में ग्रीस को रिकॉर्ड गर्मी और सूखे का सामना करना पड़ा है, जिसने आग के फैलाव को और बढ़ा दिया है। वैज्ञानिकों का कहना है कि जलवायु परिवर्तन के कारण भूमध्यसागरीय क्षेत्र में गर्मियां और ज्यादा गर्म व शुष्क होती जा रही हैं, जिससे आग के मौसम की अवधि और तीव्रता बढ़ रही है।

यूरोप के अन्य देशों में भी गर्मी और आग का कहर

ग्रीस के अलावा, फ्रांस, स्पेन, पुर्तगाल, इटली और बाल्कन देशों में तापमान 40 डिग्री सेल्सियस से ऊपर पहुंचने की संभावना है। स्लोवेनिया में अब तक की सबसे गर्म रात दर्ज हुई, जहां एक बंदरगाह शहर में तापमान 28 डिग्री सेल्सियस से नीचे नहीं गया।

इटली में सोमवार को एक बच्चे की हीटस्ट्रोक से मौत हो गई, जबकि सार्डिनिया में कार में बेहोश पाए गए चार वर्षीय रोमानियाई बच्चे की अस्पताल में मौत हो गई। कम से कम 10 बड़े इतालवी शहरों, जिनमें रोम, मिलान और फ्लोरेंस शामिल हैं, में ‘रेड अलर्ट’ जारी है।

मोंटेनेग्रो में जंगल की आग बुझाने के दौरान एक सैनिक की मौत हो गई और एक अन्य गंभीर रूप से घायल हुआ। पुर्तगाल के ट्रानकोसो इलाके समेत कई स्थानों पर बड़ी आग से निपटने में दमकलकर्मी जुटे हैं। तुर्की में चनाक्कले और इजमिर की आग पर काबू पा लिया गया, हालांकि वहां भी सैकड़ों लोगों को निकाला गया था।

ब्रिटेन भी इस साल की चौथी हीटवेव से जूझ रहा है, जहां तापमान 33 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया और घास में लगी दो बड़ी आग ने 17 एकड़ से ज्यादा जमीन को नुकसान पहुंचाया।