वाशिंगटनः अमेरिका के जॉर्जिया राज्य ने इतिहास रचते हुए 'हिंदूफोबिया' (Hinduphobia) और 'हिंदू विरोधी भेदभाव' को औपचारिक रूप से मान्यता देने वाला विधेयक पेश किया है। यदि यह विधेयक कानून बनता है, तो यह जॉर्जिया की दंड संहिता में संशोधन करेगा और राज्य की कानून प्रवर्तन एजेंसियों को हिंदुओं के खिलाफ नफरत फैलाने वाले अपराधों में विशेष ध्यान देने का अधिकार देगा।
यह कदम ऐसे समय में उठाया गया है जब अमेरिका में रहने वाले प्रवासी भारतीय नेताओं ने हिंदुओं के खिलाफ बढ़ते घृणा अपराधों को लेकर चिंता जाहिर की है।
द्विदलीय समर्थन के साथ पेश हुआ विधेयक
विधेयक एसबी 375 को जॉर्जिया जनरल असेंबली (राज्य की विधानसभा) में 4 अप्रैल को पेश किया गया। इसे रिपब्लिकन पार्टी के सीनेटर शॉन स्टिल और क्लिंट डिक्सन तथा डेमोक्रेटिक पार्टी के सीनेटर जैसन एस्टेव्स और इमैनुएल जोन्स का समर्थन प्राप्त है।
विधेयक के अनुसार, 'हिंदूफोबिया' को "हिंदू धर्म के प्रति शत्रुतापूर्ण, विध्वंसात्मक और अपमानजनक व्यवहारों व मानसिकता" के रूप में परिभाषित किया गया है। यदि कानून बनता है, तो इससे राज्य और स्थानीय कानून प्रवर्तन एजेंसियों को किसी भी संभावित भेदभाव के मामलों में 'हिंदूफोबिया' को एक मान्य पहलू के रूप में दर्ज करने की अनुमति मिल जाएगी।
2023 में पास हुआ था प्रस्ताव
इस विधेयक की नींव पिछले साल यानी अप्रैल 2023 में उस समय पड़ी थी, जब जॉर्जिया विधानसभा ने एक प्रस्ताव पारित कर 'हिंदूफोबिया' की निंदा की थी। उस प्रस्ताव में कहा गया था कि हिंदू धर्म विश्व के सबसे प्राचीन और सबसे बड़े धर्मों में से एक है, जिसके 1.2 अरब से अधिक अनुयायी हैं और यह 100 से ज्यादा देशों में फैला हुआ है। प्रस्ताव में हिंदू धर्म के समावेश, पारस्परिक सम्मान और अहिंसा जैसे मूल्यों का भी जिक्र था।
प्रवासी हिंदुओं ने बिल का किया स्वागत
उत्तरी अमेरिका में हिंदुओं के संगठन (CoHNA) ने इस विधेयक का स्वागत करते हुए कहा, “यह कानून 2023 में शुरू किए गए उस प्रयास की अगली कड़ी है, जिसमें हिंदू समुदाय के अधिकारों की रक्षा की पहल की गई थी।” संगठन ने चारों विधेयक प्रस्तुत करने वाले सीनेटरों का आभार जताया।
IMPORTANT UPDATE: The State of Georgia has introduced SB 375, which formally updates the state's penal code to recognize Hinduphobia and anti-Hindu prejudice, and enables law enforcement and other agencies to consider Hinduphobia while cataloging such discrimination and taking… pic.twitter.com/0TKGgtGb8x
— CoHNA (Coalition of Hindus of North America) (@CoHNAOfficial) April 10, 2025
'हिंदूज ऑफ जॉर्जिया पीएसी' के संस्थापक राजीव मेनन ने कहा, “सीनेटर शॉन स्टिल हिंदू समुदाय के एक मजबूत समर्थक रहे हैं। उन्होंने न सिर्फ अमेरिका बल्कि बांग्लादेश जैसे देशों में भी हिंदुओं के खिलाफ हुए उत्पीड़न के समय आवाज उठाई है।” पीएसी के बोर्ड सदस्य धीरू शाह ने इसे समुदाय के वर्षों की मेहनत का परिणाम बताया।
अमेरिका में हिंदू आबादी और बढ़ते हमले
2023–24 की प्यू रिसर्च सेंटर की रिपोर्ट के अनुसार, अमेरिका में हिंदू आबादी लगभग 25 लाख है, जो कुल जनसंख्या का 0.9 प्रतिशत है। जॉर्जिया राज्य में यह संख्या 40,000 से अधिक है, जिनमें से अधिकांश अटलांटा क्षेत्र में रहते हैं।
'गविष्टि फाउंडेशन' द्वारा संचालित 'हिंदूफोबिया ट्रैकर' के अनुसार, 1 जनवरी 2023 के बाद से हिंदुओं के खिलाफ 1,300 से अधिक नफरत से प्रेरित अपराध दर्ज किए गए हैं। डेमोक्रेट सांसद श्री थानेदार और 'हिंदू अमेरिकन फाउंडेशन' की सुहाग शुक्ला ने भी अमेरिका में विशेष रूप से कॉलेज परिसरों में बढ़ते 'हिंदू विरोधी पूर्वाग्रह' पर चिंता जताई है।
क्यों है यह विधेयक महत्वपूर्ण?
यह विधेयक न केवल हिंदू समुदाय को कानूनी संरक्षण प्रदान करेगा, बल्कि अमेरिका की सामाजिक और सांस्कृतिक बहुलता को भी मजबूती देगा। विशेषज्ञों का मानना है कि इस तरह की पहल से अल्पसंख्यक समुदायों के खिलाफ नफरत को नियंत्रित करने में मदद मिलेगी।