बांग्लादेश में वित्तीय संकट, फिर भी नए नोट क्यों नहीं जारी कर रही यूनुस सरकार?

शेख मुजीबुर रहमान की छवि वाले लगभग 15,000 करोड़ बांग्लादेशी टका मूल्य के नोट पहले ही मुद्रित हो चुके हैं। इन हालात से आम लोगों को परेशानी हो रही है, क्योंकि उनके पास नए नोट नहीं हैं।

Muhammad Yunus

Muhammad Yunus Photograph: (आईएएनएस )

ढाका: बांग्लादेश इस समय आर्थिक संकट का सामना कर रहा है। इस बीच देशवासियों के सामने एक नया मुश्किल खड़ी हो गई है। दरअसल बैंक जरूरत के अनुसार नए नोट जारी नहीं कर पा रहे हैं। यह संकट तब शुरू हुआ जब पिछले साल हिंसक प्रदर्शन के बाद पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना को पद से हटाया गया और देश में सत्ता परिवर्तन हुआ। बांग्लादेश के प्रमुख अखबार 'प्रथोम अलो' की एक रिपोर्ट के मुताबिक, बैंकों के पास नए नोट तो हैं, लेकिन वे बाजार में नहीं लाए जा रहे। दरअसल इन नोटों और सिक्कों पर बंगबंधु शेख मुजीबुर रहमान की तस्वीर छपी हुई है।

आम लोगों को परेशानी

शेख मुजीबुर रहमान की छवि वाले लगभग 15,000 करोड़ बांग्लादेशी टका मूल्य के नोट पहले ही मुद्रित हो चुके हैं। इन हालात से आम लोगों को परेशानी हो रही है, क्योंकि उनके पास नए नोट नहीं हैं। दुकानों और बैंकों में सिर्फ फटे-पुराने नोट ही मिल रहे हैं। पिछले महीने केंद्रीय बैंक ने सभी बैंकों से कहा कि वे लोगों को नए नोट देना फिलहाल बंद कर दें।

बांग्लादेश बैंक ने उन शाखाओं को निर्देश दिया है, जो नए नोट रखती हैं। उनसे कहा गया है कि वे नए नोटों को बदलने से बचें और उन्हें रिजर्व में रखें।

नए नोटों का आदान-प्रदान पूरी तरह से बंद 

बैंकों को सलाह दी गई कि वे सभी नकद लेन-देन पुराने नोटों से करें। स्थानीय मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, उसके बाद से नए नोटों का आदान-प्रदान पूरी तरह से बंद कर दिया गया, जिससे बाजार में नए नोटों की कमी हो गई। मिंट के पूर्व प्रबंध निदेशक जियाउद्दीन अहमद ने कहा, "बंगबंधु की तस्वीर वाले लाखों नोट अभी भी विभिन्न बैंकों की तिजोरियों में पड़े हैं। टकसाल के पास सभी नोटों को एक साथ रद्द करने और नए नोट छापने की क्षमता नहीं है। लोगों की परेशानी को कम करने के लिए, जो नोट पहले ही छापे जा चुके हैं, उन्हें बाजार में जारी किया जाना चाहिए।"

रिपोर्ट के अनुसार, केंद्रीय बैंक के निर्देश के बाद कि पहले से मुद्रित नोट जारी न किए जाएं, बैंकों को भारी वित्तीय नुकसान हुआ है। इस बीच, नाम न बताने की शर्त पर प्रोथोम अलो से बात करते हुए केंद्रीय बैंक के कई अधिकारियों ने बताया कि यह निर्णय सरकार के उच्च स्तर के निर्देश पर लिया गया है।

(आईएएनएस इनपुट के साथ)

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