बेरूतः यूरोपीय संघ (ईयू) के विदेश नीति प्रमुख जोसेप बोरेल ने कहा है कि हिजबुल्लाह और इजराइल पर युद्ध विराम के अमेरिकी प्रस्ताव को स्वीकाराने का दबाव बनाना चाहिए। उन्होंने लेबनानी सेना को 200 मिलियन डॉलर (1,686.19 करोड़) देने का वादा किया।
बोरेल ने रविवार को लेबनानी सदन के अध्यक्ष नबीह बेरी के साथ बेरूत में अपनी बैठक के बाद यह बयान दिया।
यूरोपीय संघ के विदेश नीति प्रमुख ने कहा कि जो कुछ हो रहा है, उसके सामने अंतरराष्ट्रीय समुदाय निष्क्रिय नहीं रह सकता। उन्होंने ऐलान किया कि यूरोपीय संघ लेबनानी सेना का समर्थन करने के लिए 200 मिलियन डॉलर आवंटित करने को तैयार है।
बोरेल ने लेबनान के प्रधानमंत्री नजीब मिकाती से मुलाकात की
बोरेल ने लेबनान के प्रधानमंत्री नजीब मिकाती से भी मुलाकात की, जिन्होंने लेबनान पर इजराइल के ‘आक्रमण’ को रोकने और युद्ध विराम पर पहुंचने के लिए दबाव डालने की जरुरत पर बल दिया।
मिकाती ने कहा, “लेबनान राजनीतिक और आर्थिक रूप से मदद करने और सभी क्षेत्रों में सेना की भूमिका को मजबूत करने के लिए यूरोपीय समर्थन पर भरोसा कर रहा है।”
इजराइली सेना 23 सितंबर से लेबनान पर एयर स्ट्राइक कर रही है। उसने सीमा पार एक ‘सीमित’ जमीनी अभियान भी चलाया है, जिसका उद्देश्य कथित तौर पर हिजबुल्लाह को कमजोर करना है।
इजराइली हमलों में हिजबुल्लाह के चीफ हसन नसरल्लाह समेत कई कमांडरों की मौत हो गई और उसके कई ठिकानों को भारी नुकसान पहुंचा है। हालांकि लेबनानी ग्रुप भी इजरायल पर मिसाइलें दाग कर पलटवार कर रहा है।
एक लेबनानी सुरक्षा सूत्र के अनुसार, रविवार तक, 8 अक्टूबर 2023 को इजराइल-हिजबुल्लाह संघर्ष की शुरुआत के बाद से लेबनानी सेना में मरने वालों की संख्या 41 तक पहुंच गई है।
(यह खबर आईएएनएस समाचार एजेंसी की फीड द्वारा प्रकाशित है। इसका शीर्षक बोले भारत न्यूज डेस्क द्वारा दिया गया है।)