न्यूयॉर्क: टेस्ला के सीईओ एलन मस्क ने कहा है कि कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो अगले चुनाव में अपना पद खो देंगे। ट्रूडो को हटाने में सहायता की मांग करने वाले एक यूजर का जवाब देते हुए मस्क ने एक्स पर पोस्ट किया, 'आगामी चुनाव में उनकी विदाई तय है।'

मस्क की यह 'भविष्यवाणी' तब आई है जब ट्रूडो चुनाव में पियरे पोइलिवरे की कंजर्वेटिव पार्टी और जगमीत सिंह की न्यू डेमोक्रेटिक पार्टी से मिल रही चुनौतियों का सामना करने की तैयारी कर रहे हैं। ट्रूडो की वर्तमान अल्पमत वाली सरकार की स्थिति से उनकी सत्ता खोने की आशंका और बढ़ गई है। कनाडा में अगले साल चुनाव भी होने हैं।

इससे पहले, मस्क ने अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता के प्रति कनाडाई सरकार के दृष्टिकोण की आलोचना की थी। विशेष रूप से ऑनलाइन स्ट्रीमिंग सेवाओं को सरकारी निरीक्षण के लिए पंजीकरण कराने की आवश्यकता वाले नए नियमों के संबंध में मस्क ने विरोध जताया था।

डोनाल्ड ट्रंप की वापसी से भी बढ़ी कनाडा की मुश्किल

डोनाल्ड ट्रंप की अमेरिकी सत्ता में हो रही वापसी ने ट्रूडो के प्रशासन के लिए अतिरिक्त चुनौतियां बढ़ा दी है। कनाडा की अर्थव्यवस्था जो अपना 75 प्रतिशत निर्यात अमेरिका को करता है, उसे अब ट्रम्प की प्रस्तावित नीतियों के असर का सामना करना पड़ सकता है।

ट्रंप की ओर से सभी आयातों पर सुझाए गए 10% टैरिफ ने कनाडा के आर्थिक विशेषज्ञों और सरकारी अधिकारियों के बीच चिंता बढ़ा दी है।

भारत और कनाडा के संबंध में खटास

इसके अतिरिक्त, भारत और कनाडा के बीच राजनयिक संबंध काफी खराब हो चले हैं। भारत पहले ही कनाडा में आतंकवाद और भारत विरोधी गतिविधियों के बारे में गंभीर चिंता जता चुका है और कनाडाई अधिकारियों से इन मुद्दों का समाधान करने का आग्रह किया है।

खालिस्तानी आतंकवादी हरदीप सिंह निज्जर की मौत के संबंध में कनाडाई अधिकारियों द्वारा निराधार दावे किए जाने के बाद दोनों देशों के संबंध और खराब हो गए। इस कूटनीतिक तनाव के परिणामस्वरूप भारत को कनाडा से अपने उच्चायुक्त को भी वापस बुलाना पड़ा।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हाल ही में कनाडा में एक हिंदू मंदिर पर "जानबूझकर किए गए हमले" की निंदा भी की। उन्होंने भारतीय राजनयिकों को "डराने की कायरतापूर्ण कोशिशों" पर चिंता व्यक्त की। उन्होंने कहा कि नई दिल्ली कनाडाई अधिकारियों से न्याय सुनिश्चित करने और कानून-व्यवस्था बनाए रखने की उम्मीद करता है।

जयशंकर की प्रेस वार्ता के ब्लॉक का विवाद

भारत से जारी विवाद के बीच 'ऑस्ट्रेलिया टुडे' ने भी शुक्रवार को उसके सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म को ब्लॉक करने के कनाडाई सरकार के फैसले की आलोचना की। विदेश मंत्री एस. जयशंकर और उनकी ऑस्ट्रेलियाई समकक्ष पेनी वोंग के प्रेस कॉन्फ्रेंस के बाद आउटलेट के सोशल मीडिया हैंडल और कुछ पेजों को कनाडा ने ब्लॉक कर दिया था।

अपने बयान में, ऑस्ट्रेलिया टुडे ने दुनिया भर से मिले समर्थन के लिए आभार व्यक्त किया। ऑस्ट्रेलियाई न्यूज आउटलेट ने एक पोस्ट में कहा, "कनाडाई सरकार के कामों से पैदा हुई चुनौतियों के बावजूद, हम इन बाधाओं से प्रभावित हुए बिना, महत्वपूर्ण स्टोरी और आवाजों को जनता तक पहुंचाने के अपने मिशन में अटल हैं।" दूसरी ओर भारत ने इस घटना पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि इससे कनाडा का पाखंड उजागर हो गया है।