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वाशिंगटन: अमेरिका के नव-निर्वाचित राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने हमास को चेतावनी दी है कि जनवरी में उनके शपथ ग्रहण से पहले, बंधकों को रिहा कर दिया जाए। अगर ऐसा नहीं होता है तो मध्य पूर्व में उन लोगों को भारी कीमत चुकानी पड़ेगी जो इसके लिए जिम्मेदार हैं।
ट्रुथ सोशल पर लिखते हुए, और किसी भी ग्रुप का नाम लिए बिना, ट्रंप ने सोमवार को अपनी पोस्ट में कहा, "20 जनवरी, 2025 - जिस दिन मैं गर्व के साथ संयुक्त राज्य अमेरिका के राष्ट्रपति के रूप में पदभार ग्रहण करूंगा - से पहले अगर बंधकों को रिहा नहीं किया जाता है तो मध्य पूर्व में इन अत्याचारों को अंजाम देने वालों को बहुत बड़ी कीमत चुकानी पड़ेगी।"
पिछले साल हमास ने करीब 250 लोगों को बनाया था बंधक
बता दें 7 अक्टूबर 2023 को फिलिस्तीनी ग्रुप हमास ने इजरायल में बड़ा हमला किया था। हमास के हमले में करीब 1200 लोग मारे गए थे जबकि 250 से अधिक लोगों को बंधक बनाया गया था। इसके बाद यहूदी राष्ट्र ने फिलिस्तीनी ग्रुप के कब्जे वाली गाजा पट्टी में सैन्य अभियान शुरू किया था। इजरायली हमलों ने गाजा में बड़े पैमाने पर तबाही मचाई है और हजारों फिलिस्तीनियों की मौत हुई है।
इजरायल-हमास युद्ध को शुरू हुए एक साल से भी अधिक समय हो चुका है। इस दौरान एक संक्षिप्त संघर्षविराम हुआ जिसमें लगभग 105 बंधकों को रिहा किया गया था। कुछ बंधकों को इजरायली सैनिकों ने भी बचाया।
बाइडेन प्रशासन पिछले साल से इजरायल और कतर तथा मिस्र सहित अंतरराष्ट्रीय मध्यस्थों के साथ संघर्ष विराम समझौते पर काम कर रहा है, जिसमें बंधकों की रिहाई भी शामिल है। पिछले महीने मिस्र में मध्यस्थों की बैठक के बाद संघर्ष विराम समझौते के प्रयासों में रुकावट आई।
33 इजराइली बंधकों की मौत
इस बीच हमास ने घोषणा की है कि इजराइली सैन्य अभियानों के कारण गाजा पट्टी में बंधक बनाए गए 33 इजराइली बंधकों की मौत हो गई है, जबकि कुछ अन्य अभी भी लापता हैं।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक हमास ने एक वीडियो भी जारी किया जिसमें बताया गया कि बंधकों की हत्या कब और कैसे की गई। और इसके लिए इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू को जिम्मेदार ठहराया।
हमास ने युद्ध को समाप्त करने और शेष बंधकों को रिहा करने के किसी भी समझौते के तहत गाजा से इजरायल की पूरी तरह वापसी की मांग की। वहीं नेतन्याहू ने का कहना है कि युद्ध तब तक जारी रहेगा जब तक हमास का सफाया नहीं हो जाता।
(यह आईएएनएस समाचार एजेंसी की फीड द्वारा प्रकाशित है। इसका शीर्षक बोले भारत न्यूज डेस्क द्वारा दिया गया है।)