तेल अवीव: एक ओर अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने ईरान-इजराइल के बीच सीजफायर का ऐलान किया है, तो दूसरी तरफ ईरान ने मंगलवार को इजराइल पर फिर से बैलिस्टिक मिसाइल दाग दी हैं। इजराइल डिफेंस फोर्सेज (आईडीएफ) ने बताया है कि मंगलवार सुबह ईरान से इजराइल पर 8 मिसाइलें दागी हैं।
पहले हमले में दो मिसाइलें शामिल थीं, जबकि दूसरे हमले में चार मिसाइलें थीं। दूसरे हमले में बीरशेबा स्थित एक अपार्टमेंट ब्लॉक को निशाना बनाया गया है। इन हमलों में अभी तक इजराइल में तीन लोगों के मारे जाने की खबर है। कई लोग घायल भी हुए हैं।
ईरान की ओर से बैलिस्टिक मिसाइल लॉन्च किए जाने के बाद उत्तर, मध्य और दक्षिणी इजराइल के कुछ इलाकों में सायरन बजने लगे। देश के अधिकतर इलाकों में लोगों को पहले ही सचेत कर दिया गया है। नागरिकों को अगले आदेश तक बॉम्ब शेल्टर में रहने के निर्देश दिए गए हैं।
ट्रंप ने किया था सीजफायर का ऐलान
ये हमले ऐसे समय में हुए हैं जब कुछ ही घंटों पहले अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने ईरान-इजराइल के बीच सीजफायर का ऐलान किया था। उन्होंने 'ट्रुथ' पर लिखा, "सभी को बधाई, ईरान और इजराइल के बीच पूर्ण और अंतिम सीजफायर पर सहमति बन गई है। सीजफायर छह घंटे में शुरू होगा। ईरान को पहले इसका पालन करना होगा।"
ट्रंप ने आगे लिखा, "ईरान की ओर से सीजफायर का पालन करने के अगले 12 घंटे बाद इजराइल भी इस सीजफायर में शामिल हो जाएगा। 24 घंटे बाद युद्ध को औपचारिक रूप से खत्म माना जाएगा।"
इसके साथ ही ट्रंप ने ईरान-इजराइल की सहनशक्ति, बुद्धिमत्ता और साहस की तारीफ की। उन्होंने कहा, "ईश्वर ईरान को आशीर्वाद दे। ईश्वर इजराइल को आशीर्वाद दे। ईश्वर मिडिल ईस्ट को आशीर्वाद दे। ईश्वर अमेरिका और पूरी दुनिया को आशीर्वाद दे।"
ट्रंप के दावों से ईरान का इनकार
अमेरिकी राष्ट्रपति ने कहा है कि दोनों देशों के बीच यह युद्ध सालों तक चल सकता था। इससे मिडिल ईस्ट तबाह हो सकता था, लेकिन ऐसा न तो हुआ और न होगा।
इसके बाद ईरान के एक वरिष्ठ अधिकारी ने 'सीएनएन' को बताया कि तेहरान को अमेरिका की ओर से कोई औपचारिक प्रस्ताव नहीं मिला है। ऐसे में उसे इजराइल या वाशिंगटन के साथ दुश्मनी खत्म करने का कोई कारण नजर नहीं आता।
12 दिन से चल रहे इस युद्ध की शुरुआत इजराइल द्वारा 'ऑपरेशन राइजिंग लायन' शुरू करने से हुई, जिसमें ईरानी सैन्य और परमाणु ठिकानों को निशाना बनाया गया। जवाब में ईरान ने इजराइल पर कई बार बैलिस्टिक मिसाइलें दागी गईं। अनुमान के अनुसार, ईरान में लगभग 400 लोग और इजरायल में लगभग 24 लोग मारे गए हैं। यह संघर्ष रविवार तब और बढ़ गया, जब अमेरिका ने ईरान के प्रमुख परमाणु ठिकानों- फोर्डो, नतांज और एस्फाहान पर सीधे सैन्य हमले किए।
उल्लेखनीय है कि अमेरिका ने भारतीय समय के अनुसार रविवार सुबह 4.30 बजे ईरान की तीन प्रमुख न्यूक्लियर साइट्स नतांज, फोर्डो और एस्फाहान पर अटैक किया था। ट्रंप ने इसके बाद कहा था कि ईरान को अब संघर्ष खत्म करने के लिए सहमत होना चाहिए। इसके साथ ही उन्होंने साफतौर पर कहा था कि अगर ईरान शांति कायम नहीं करता, तो उस पर और बड़े हमले किए जाएंगे।
(समाचार एजेंसी IANS इनपुट के साथ)