वाशिंगटन/नई दिल्लीः अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने सोमवार को भारत की रूस से तेल खरीद पर नाराजगी जताई और कहा कि भारत यूक्रेन युद्ध से फायदा उठा रहा है। ट्रंप ने चेतावनी दी कि अमेरिका भारत से आने वाले उत्पादों पर "काफी अधिक" आयात शुल्क (टैरिफ) लगाएगा।

ट्रंप ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ट्रुथ सोशल पर लिखा, “भारत न केवल बड़ी मात्रा में रूसी तेल खरीद रहा है, बल्कि उसका एक हिस्सा मुनाफे के लिए खुले बाजार में बेच भी रहा है। इन्हें फर्क नहीं पड़ता कि रूस की युद्ध मशीन यूक्रेन में कितने लोगों को मार रही है। इसलिए मैं भारत पर लगने वाले टैरिफ को काफी बढ़ाने जा रहा हूं।”

यह बयान ऐसे समय आया है जब ट्रंप प्रशासन भारत की रूस के साथ व्यापारिक साझेदारी को लेकर पहले ही नाराजगी जता चुका है। 1 अगस्त से अमेरिका ने भारत पर 25% आयात शुल्क और अन्य दंडात्मक कार्रवाई लागू करने की घोषणा की है।

'भारत रूस के साथ व्यापार से युद्ध को फंड कर रहा'

व्हाइट हाउस के डिप्टी चीफ ऑफ स्टाफ स्टीफन मिलर ने भी सोमवार को फॉक्स न्यूज को दिए इंटरव्यू में कहा, “लोग हैरान होंगे कि भारत और चीन लगभग बराबर मात्रा में रूस से तेल खरीद रहे हैं।” 

उन्होंने भारत पर अमेरिका के सामान पर भारी टैक्स लगाने और आव्रजन नीति में धोखा देने का भी आरोप लगाया। मिलर ने हालांकि कहा कि ट्रंप प्रधानमंत्री मोदी के साथ अपने रिश्ते को महत्व देते हैं, लेकिन अमेरिका को अब इस युद्ध के फंडिंग को लेकर सच्चाई का सामना करना होगा।

पिछले हफ्ते ट्रंप ने कहा था कि अमेरिका को भारत के साथ भारी व्यापार घाटा है और भारत की व्यापार नीतियां दुनिया की सबसे कठिन और कष्टप्रद हैं। उन्होंने ये भी कहा, “भारत और रूस दोनों ही एक-दूसरे को नीचे खींच रहे हैं। वे चाहें तो अपनी ‘मृत अर्थव्यवस्थाओं’ को साथ लेकर डूब जाएं, मुझे कोई फर्क नहीं।”

भारत रूस से तेल का आयात जारी रखेगा

डोनाल्ड ट्रंप ने दावा किया कि भारत शायद अब रूस से तेल नहीं खरीद रहा है — "ऐसा मैंने सुना है... लेकिन मुझे नहीं पता कि यह सही है या नहीं" — हालांकि ब्लूमबर्ग की रिपोर्ट के मुताबिक, भारतीय अधिकारियों ने इस तरह के किसी भी बदलाव की पुष्टि नहीं की है। शुक्रवार को विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रंधीर जायसवाल ने स्पष्ट किया था कि भारत की ऊर्जा खरीद संबंधी फैसले बाजार मूल्य और वैश्विक परिस्थितियों के आधार पर लिए जाते हैं। 

टैरिफ और पाबंदी लगाने की धमकी के बावजूद भारत ने सोमवार रूस से तेल आयात करने की बात पर जोर दिया है। समाचार एजेंसी आईएएनएस के अनुसार, भारत के दो उच्च स्तरीय अधिकारियों ने कहा कि भारत की नीति में कोई परिवर्तन नहीं हुआ। भारत सरकार ने तेल कंपनियों को रूस से आयात कम करने के लिए कोई निर्देश जारी नहीं किया। भारतीय सरकारी सूत्रों ने पुष्टि की है कि भारतीय रिफाइनरियां रूस से कच्चा तेल खरीदना जारी रखे हुए हैं। यह मूल्य और परिवहन आदि आर्थिक कारकों द्वारा निर्धारित होता है।