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वॉशिंगटन: अमेरिका अब अवैध प्रवासियों पकड़ कर रखने के लिए क्यूबा में ग्वांतानामो बे (Guantanamo Bay) में बड़े स्तर पर डिटेंशन सेंटर तैयार करेगा। इसमें करीब 30,000 अवैध प्रवासियों को रखा जा सकेगा। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने इस संबंध में बुधवार को एक अध्यादेश (executive order) पर हस्ताक्षर किए।
इस आदेश में पेंटागन और होमलैंड सिक्योरिटी विभाग को 'संयुक्त राज्य अमेरिका में अवैध रूप से मौजूद आपराधिक रिकॉर्ड वाले प्रवासियों' के लिए ग्वांतानामो में अतिरिक्त हिरासत केंद्र स्थापित का निर्देश दिया गया है।
व्हाइट हाउस से बोलते हुए राष्ट्रपति ट्रंप ने बुधवार को कहा कि इस डिटेंशन सेंटर में 30,000 अवैध प्रवासियों को रखा जा सकेगा। इससे हमारी क्षमता तुरंत दोगुनी हो जाएगी।' ट्रंप ने बुधवार को लेकन रिले अधिनियम (Laken Riley Act) पर हस्ताक्षर करते हुए यह घोषणा की। इस कानून में चोरी से संबंधित अपराधों के आरोप वाले अवैध प्रवासियों को हिरासत में रखने का प्रावधान है।
द गार्डियन की रिपोर्ट के अनुसार दक्षिण-पूर्वी क्यूबा के ग्वांतानामो खाड़ी में अमेरिका के नौसैनिक अड्डे पर पहले से एक ऐसा हिरासत केंद्र मौजूद है। इसमें समुद्र से हिरासत में लिए गए प्रवासियों को रखा जाता है। हालांकि इस डिटेंशन सेंटर को लेकर विवाद होते रहे हैं। बताया जाता है कि 11 सितंबर 2001 के आतंकी हमले के बाद इसे विदेशी संदिग्ध आतंकियों को रखने के लिए स्थापित किया गया था।
हाल में हुआ है अमेरिकी डिटेंशन सेंटर का खुलासा
ग्वांतानामो बे में अवैध प्रवासियों को लेकर पहले से बने अमेरिकी डिटेंशन सेंटर के बारे में जानकारी लंबे समय तक छुपी रही थी। इसके अस्तित्व के बारे में दुनिया को जानकारी हाल ही में एक इंवेस्टिगेटिंव रिपोर्टिंग से पता चली। न्यूयॉर्क टाइम्स के अनुसार, फरवरी 2024 तक चार लोगों को यहां पर रखा जा रहा था। हालांकि, ऐसी रिपोर्ट सामने आई है कि यहां कैदियों के लिए दी गई सुविधा बेहद बुरी स्थिति में है।
ट्रंप द्वारा बुधवार को हस्ताक्षरित आदेश में इसी केंद्र को और बड़े स्तर पर संचालन के लिए तैयार करने की बात कही गई है। इससे हजारों निर्वासित किए जाने वाले लोगों को यहां आने वाले दिनों में रखा जा सकेगा।
लेकन रिले: जॉर्जिया के युवक के नाम पर एक्ट
ट्रंप ने लेकन रिले अधिनियम पर हस्ताक्षर करते समय इसकी घोषणा की। यह कानून चोरी से संबंधित अपराधों के आरोप में बिना दस्तावेज वाले आप्रवासियों को हिरासत में लेने का आदेश देता है। इस अधिनियम का नाम जॉर्जिया के 22 वर्षीय नर्सिंग छात्र लेकन रिले की याद में रखा गया है, जिसकी 2023 में वेनेजुएला के एक अज्ञात आप्रवासी द्वारा हत्या कर दी गई थी।
जानकार मानते हैं कि ट्रंप ने अवैध आव्रजन के प्रति अपने प्रशासन के कठोर दृष्टिकोण पर जोर देने के लिए रिले के मामले का हवाला दिया। ट्रंप ने कहा, 'यह आदेश अमेरिकियों को सबसे खराब अपराधियों से सुरक्षित रखने के बारे में है। हम उन व्यक्तियों के बारे में बात कर रहे हैं जो खतरनाक हैं और जिन्हें हम अपने देश में रहने की अनुमति नहीं दे सकते।'