वाशिंगटन/एंकरेज: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने शुक्रवार को कहा कि अलास्का में रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के साथ उनकी आगामी बैठक में यूक्रेन और रूस के बीच क्षेत्रीय अदला-बदली पर चर्चा होगी। हालांकि, उन्होंने जोर देकर कहा कि ऐसे किसी भी फैसले में अंतिम निर्णय यूक्रेन का ही होगा। ट्रंप ने यह बयान अलास्का जाते समय दिया, जहां इस उच्च-स्तरीय शिखर सम्मेलन का मुख्य उद्देश्य रूस-यूक्रेन युद्ध को समाप्त करना है।
ट्रंप ने दोहराया कि वह यूक्रेन की ओर से बातचीत नहीं कर रहे हैं, बल्कि उनका लक्ष्य दोनों पक्षों को बातचीत की मेज पर लाना है। ट्रंप ने कहा, “मैं यूक्रेन के लिए बातचीत करने के लिए यहाँ नहीं हूँ। मैं यहाँ उन्हें मेज पर लाने के लिए हूँ। मुझे लगता है कि दो पक्ष हैं। पुतिन पूरे यूक्रेन पर कब्जा करना चाहते थे। अगर मैं राष्ट्रपति नहीं होता, तो वह अभी तक ऐसा कर चुके होते। लेकिन वह अब ऐसा नहीं कर पाएंगे।”
पुतिन को आर्थिक परिणाम भुगतने की चेतावनी
ट्रंप ने पुतिन को चेतावनी दी कि अगर वह युद्ध समाप्त करने में रुचि नहीं दिखाते, तो उन्हें "आर्थिक रूप से गंभीर" परिणाम भुगतने पड़ेंगे। उन्होंने कहा कि रूस की अर्थव्यवस्था अच्छा प्रदर्शन नहीं कर रही है, जिससे पुतिन को कोई फैसला लेने के लिए मजबूर होना पड़ सकता है। ट्रंप ने कहा, "वह शांति चाहते हैं, क्योंकि उनकी अर्थव्यवस्था की हालत अच्छी नहीं है। चीन की अर्थव्यवस्था भी ठीक नहीं चल रही है। मैं चाहता हूं कि सभी अच्छा करें। युद्ध और हत्याएं बंद होनी चाहिए।"
ट्रंप ने यूक्रेन में रूस के लगातार सैन्य हमलों पर भी टिप्पणी की और पुतिन का बचाव करते हुए कहा कि पुतिन बातचीत में बेहतर डील करने के लिए ऐसा कर रहे हैं। उन्होंने कहा, "वह एक मानसिक ढाँचा बनाने की कोशिश कर रहे हैं जो उन्हें बेहतर सौदा करने में मदद करे। यह उन्हें नुकसान पहुँचाता है, लेकिन उनके मन में, अगर वे हत्याएँ जारी रखते हैं तो उन्हें बेहतर डील करने में मदद मिलती है।" राष्ट्रपति ट्रंप ने रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से मुलाकात के पहले सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ट्रुथ सोशल पर लिखा- 'बहुत कुछ दांव पर है।
राष्ट्रपति ट्रंप का मानना है कि बैठक के सफल होने की संभावना 75% है। उनका कहना है कि आर्थिक प्रतिबंधों के दबाव ने पुतिन को बातचीत के लिए अधिक तैयार किया हो सकता है। उन्होंने स्पष्ट किया, “मैं युद्धविराम देखना चाहता हूं... अगर यह आज नहीं हुआ तो मैं खुश नहीं रहूंगा।” ट्रंप ने कहा कि इस प्रक्रिया में यूरोप और यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की भी शामिल रहेंगे।
अलास्का में शिखर सम्मेलन शुरू होने से कुछ घंटे पहले, यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की ने निराशा व्यक्त करते हुए कहा कि मॉस्को युद्ध समाप्त करने की कोई इच्छा नहीं दिखा रहा है। उन्होंने एक वीडियो संदेश में कहा, "मॉस्को से ऐसा कोई आदेश या संकेत नहीं है कि वह इस युद्ध को समाप्त करने की तैयारी कर रहा है... वे बातचीत के दिन भी हत्या कर रहे हैं।"
क्रेमलिन के प्रवक्ता दिमित्री पेसकोव ने कहा कि अगर कोई त्रिपक्षीय बैठक होनी है, तो एंकरेज की बातचीत में परिणाम निकलना ज़रूरी है। पेसकोव के अनुसार, यह बैठक कम से कम छह से सात घंटे तक चल सकती है।
नाटो सदस्यता से इनकार, सुरक्षा गारंटी का सुझाव
ट्रंप ने यूक्रेन को नाटो की सदस्यता देने से साफ इनकार कर दिया। उन्होंने सुझाव दिया कि नाटो के बजाय "यूरोप और अन्य देशों के साथ" सुरक्षा गारंटी प्रदान की जा सकती है। जब उनसे पूछा गया कि क्या अमेरिका यूक्रेन को सुरक्षा गारंटी दे सकता है, तो उन्होंने जवाब दिया, "यूरोप और अन्य देशों के साथ मिलकर, नाटो के रूप में नहीं, क्योंकि आप जानते हैं कि कुछ चीजें नहीं होंगी।"
इससे कुछ ही समय पहले, रूसी विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव सफेद टी-शर्ट पहनकर एंकरेज पहुंचे, जिस पर "CCCP" लिखा हुआ था, जो सोवियत संघ का संक्षिप्त रूप है। इसे मॉस्को के सख्त बातचीत के रुख के बारे में एक प्रतीकात्मक संदेश के रूप में देखा जा रहा है। ट्रंप ने पुतिन के प्रतिनिधिमंडल पर भी टिप्पणी की और कहा कि पुतिन रूस के कई व्यापारिक लोगों को भी साथ लाए हैं। उन्होंने एक संदेश भी दिया कि जब तक युद्ध समाप्त नहीं हो जाता, अमेरिका रूस के साथ व्यापार नहीं करेगा।