डोनाल्ड ट्रंप (फाइल फोटो- IANS)
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वॉशिंगटन: पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने दोबारा राष्ट्रपति बनने पर प्रवासियों को रोकने के लिए कड़ी कार्रवाई करने का वादा किया है। ट्रंप ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर एक पोस्ट किया है जिसमें उन्होंने 2024 के चुनाव में दोबारा चुने जाने पर अपनी योजनाओं का जिक्र किया है।
पोस्ट में ट्रंप ने दोबारा राष्ट्रपति बनने पर अमेरिकी शहर और कस्बों को बचाने और प्रवासियों को उनके देश वापस भेजने की बात कही है।
एक तरफ ट्रंप जहां अपने प्रवासी विरोध नीति के लिए जाने जाते हैं वहीं दूसरी ओर राष्ट्रपति जो बाइडन ने अपने शासन में प्रवासियों को शरण देने के लिए कई तरह के प्रोग्राम शुरू किए हैं।
प्रवासियों को लेकर दोनों नेताओं की क्या नीति हैं, यह ट्रंप के सोशल मीडिया पोस्ट और जो बाइडन के प्रवासी समर्मथन अलग-अलग प्रोग्राम से पता चलता है। अमेरिका में इसी साल नवंबर में राष्ट्रपति चुनाव होने वाले हैं, ऐसे में इस चुनाव में प्रवासियों के मुद्दे के अहम रोल अदा करने की संभावना काफी बढ़ गई है।
डोनाल्ड ट्रंप ने क्या कहा है
रविवार को एक्स पर अपने एक पोस्ट में डोनाल्ड ट्रंप ने लिखा है कि दोबारा सत्ता में आने के बाद वे प्रवासी उड़ानों को रोक देंगे। उन्होंने अमेरिका में गैर-कानूनी तरीके से घूसने वालों पर भी रोक लगाने और निर्वासन छूट को भी रद्द करने की भी बात कही है। यही नहीं ट्रंप ने अमेरिकी में गैर कानूनी तरीके से घूसने वालों को सरकारी सुविधाएं भी खत्म करने का ऐलान किया है।
पूर्व राष्ट्रपति ने सीबीपी वन ऐप को भी खत्म करने की घोषणा की है। वे इस ऐप को डेमोक्रेटिक पार्टी की उम्मीदवार और मौजूदा उपराष्ट्रपति कमला हैरिस का फोन ऐप करार देते हैं।
इसे लेकर वे यह दावा करते हैं कि इससे हैरिस अमेरिका में प्रवासियों की अवैध तस्करी करती हैं। बता दें कि यह वही ऐप है जिसे अमेरिका में शरण लेने वाले लोग इस्तेमाल करते हैं जिसमें उनके अमेरिका में शरण लेने से लेकर बाकी अन्य जानकारियां भी इसमें मौजूद होती है।
डोनाल्ड ट्रंप से कितने अलग हैं जो बाइडन
डोनाल्ड ट्रंप ने यह भी कहा है कि जब वे चुनाव जीत जाएंगे तो वह अमेरिका में मौजूद प्रवासियों को उनके देश वापस भेज देंगे। यही नहीं उन्होंने मिनेसोटा, विस्कॉन्सिन और पेंसिल्वेनिया जैसे प्रमुख स्विंग राज्यों को प्रवासी और अन्य मुद्दों से भी बचाने की बात कही है।
वहीं दूसरी ओर मौजूदा राष्ट्रपति जो बाइडन की अगर बात करें तो उन्होंने अपने कार्यकाल में विदेश से अमेरिका में आए शरणार्थियों के लिए तरह-तरह के प्रोग्राम चालु किए हैं।
क्या कहता है अमेरिका का कानून
अमेरिकी आव्रजन कानून के तहत जो कोई भी अमेरिका से बाहर है और वह यहां पर शरण लेना चाहता है तो उसे शरणार्थी का दर्जा दिया जाएगा। वहीं जो लोग पहले से ही अमेरिका में मौजूद हैं, अगर उन्हें शरण चाहिए तो वे वहीं से इसके लिए आवेदन कर सकते हैं।