जल्दी करो, महीनों तक नहीं उलझा सकते; रूस-यूक्रेन शांति के बीच अमेरिका का अल्टीमेटम

अमेरिका ने स्पष्ट संकेत दिए हैं कि वो रूस और यूक्रेन के बीच शांति स्थापित करने के मामले को कुछ और सप्ताह या महीने तक खींचने के लिए इंट्रेस्टेड नहीं है।

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Photograph: (IANS)

रूस-यूक्रेन के बीच पिछले कई दिनों से युद्ध जारी है। इस बीच अमेरिका ने कहा है, अगर युद्ध को लेकर समझौता नहीं हुआ तो वो पीछे हट जाएगा। रूस-यूक्रेन युद्ध को लेकर अमेरिकी विदेश मंत्री मार्को रुबियो का बयान सामने आया है। विदेश मंत्री मार्को रुबियो ने कहा-अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप रूस-यूक्रेन शांति समझौते के लिए बातचीत करने के कोशिशों से कुछ ही दिनों में पीछे हट जाएंगे, जब तक कि इस बात के स्पष्ट संकेत न हों कि समझौता हो सकता है।

'बहुत जल्दी तय करने की जरूरत'

देश मंत्री मार्को रुबियो ने कहा-हम इस प्रयास को हफ्तों और महीनों तक जारी नहीं रखेंगे। इसलिए हमें अब बहुत जल्दी यह तय करने की जरूरत है, और मैं कुछ ही दिनों की बात कर रहा हूं कि अगले कुछ हफ्तों में यह संभव है या नहीं। अगर ऐसा है तो हम इसमें शामिल हैं। अगर ऐसा नहीं है, तो हमें अन्य प्राथमिकताओं पर भी ध्यान देना होगा। रुबियो ने पेरिस में यूरोपीय और यूक्रेनी नेताओं से मुलाकात के बाद ये बयान दिया है।

रुबियो ने कहा कि ट्रंप अभी भी सौदे में रुचि रखते हैं, लेकिन अगर प्रगति के तत्काल संकेत नहीं मिले तो वे आगे बढ़ने को तैयार हैं। ट्रम्प ने अपने चुनाव अभियान के दौरान व्हाइट हाउस में अपने पहले 24 घंटों के भीतर युद्ध को समाप्त करने का वादा किया था। पदभार ग्रहण करने के बाद उन्होंने इस दावे पर थोड़ी नर्मी दिखाई और बाधाओं के बढ़ने के साथ ही अप्रैल या मई तक सौदे का सुझाव दिया।

द गॉर्जियन की रिपोर्ट के अनुसार, अमेरिका ने स्पष्ट संकेत दिए हैं कि वो रूस और यूक्रेन के बीच शांति स्थापित करने के मामले को कुछ और सप्ताह या महीने तक खींचने के लिए इंट्रेस्टेड नहीं है। ट्रंप की ओर से मार्को रुबियो कहते हैं कि अब बहुत जल्द ही इस मामले में जो भी तय करना है वो कुछ ही दिनों में आपको करना पड़ेगा। क्योंकि अगले कुछ हफ्तों में ये संभव भी नहीं हो पाए।

डोनाल्ड ट्रंप ने किया था वादा

गौरतलब है कि अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव के प्रचार के दौरान डोनाल्ड ट्रंप ने ये वादा किया था कि राष्ट्रपति बनने के बाद 24 घंटे के अंदर ही वे इस युद्ध को समाप्त करवा देंगे। हालांकि, उनके राष्ट्रपति बने हुए काफी समय बीत गया है, लेकिन वो अभी तक इस युद्ध को समाप्त नहीं करवा पाए हैं। ऐसे में अब ट्रंप हताशा में हैं। उल्लेखनीय है कि रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन पहले ही ये स्पष्ट कर चुके हैं कि वो आंशिक युद्धविराम नहीं चाहते हैं। अगर युद्धविराम हो तो पूर्ण विराम हो, अन्यथा युद्ध तो चल ही रहा है। वहीं ट्रंप प्रशासन की बात करें तो बीते दिनों अमेरिकी उपराष्ट्रपति जेडी वेंस ने यूक्रेन को तीन टुकड़ों में तोड़कर शांति स्थापित करने का सुझाव दिया था। जिसका यूक्रेन ने विरोध किया था।

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