लंदन: बुधवार को ब्रिटेन के सत्ताधारी दल लेबर पार्टी ने ब्रिटेन की हजारों नाबालिग बच्चियों के सुनियोजित यौन शोषण एवं बलात्कार के आरोपों की राष्ट्रीय स्तर पर जाँच कराने के प्रस्ताव को ठुकरा दिया। वह भी तब जब खुद प्रधानमंत्री किएर स्टार्मर और उनकी सत्ताधारी लेबर पार्टी पर ऐसे मामलों में निष्पक्ष जाँच को दबाने का आरोप लगे हैं। विपक्षी दलों ने किएर स्टार्मर के इस कृत्य को “कायरतापूर्ण कृत्य” कहा है।
लेबर पार्टी द्वारा इस मामले में जाँच का विरोध करने का एक प्रमुख कारण यह माना जा रहा है कि वह अपने ‘वोटबैंक’ को नाराज नहीं करना चाहती। लेबर पार्टी की तरफ झुकाव रखने वाले बीबीसी न्यूज और गार्डियन जैसे मीडिया संस्थान ने भी यह रिपोर्ट किया है कि ग्रूमिंग गैंग के आरोपियों में बड़ी संख्या पाकिस्तानी मूल के ब्रितानी नागरिकों की है।
लेबर पार्टी पर ‘वोकबैंक’ का दबाव!
पाकिस्तानी-ब्रितानी बहुल इलाकों में लेबर पार्टी का दबदबा है इसलिए वह नाबालिग बच्चियों के यौन शोषण की जाँच कराकर अपने ‘वोटबैंक’ को नाराज नहीं करना चाहती। वह भी तब जब आक्सफोर्ड में ग्रूमिंग गैंग की जाँच करने वाले पूर्व पुलिस अधिकारी साइमन मार्टन ने बीबीसी न्यूज से कहा है कि “इस तरह के यौन शोषण के मामले अब भी जारी हैं क्योंकि जिन लोगों को हम पकड़ नहीं सके वे अब भी बाहर घूम रहे हैं।” मार्टन ने बीबीसी न्यूज से कहा कि “ब्रिटेन के हर शहर में ग्रूमिंग गैंग सक्रिय हैं।”
यह भी पढ़ें- ब्रितानी पीएम किएर स्टार्मर द्वारा ‘ग्रूमिंग गैंग’ को ‘एशियाई’ कहने पर विवाद, पाकिस्तान को बचाने का लगा आरोप
विपक्षी दल कंजरवेटिव पार्टी की सांसद केमी बैडोनेच ने सत्ताधारी दल द्वारा प्रस्तुत बाल कल्याण एवं विद्यालय विधेयक (Children’s Wellbeing and Schools Bill) में संशोधन का प्रस्ताव संसद में रखा था जिससे ब्रिटेन के कई शहरों से ऐसे मामले सामने आने के बाद ग्रूमिंग गैंग मामलों की राष्ट्रीय स्तर पर जाँच हो सके। सत्ताधारी लेबर पार्टी की तरफ से प्रधानमंत्री किएर स्टार्मर ने इस माँग को यह कहकर नकार दिया कि विभिन्न ग्रूमिंग गैंग मामलों की स्वतंत्र जाँच पहले से चल रही है और नई जाँच शुरू करन से इसमें और विलम्ब होगा। विपक्षी दलों का कहना है कि जिस तरह ब्रिटेन के कई शहरों में इस तरह के ग्रूमिंग गैंग के मामले सामने आये हैं उसे देखते हुए इसकी राष्ट्रीय स्तर पर जाँच किए जाने की जरूरत है ताकि यह साफ हो सके कि ब्रिटेन में यह बीमारी कितनी फैली हुई है।
कंजरवेटिव सांसद बेडोनेच का प्रस्ताव था कि ब्रिटेन के ओल्डम और ग्रेटर मैनचेस्टर में नाबालिग बच्चियों के यौन शोषण एवं बलात्कार की स्वतंत्र जाँच की जाए। प्रधानमंत्री स्टार्मर के नेतृत्व में लेबर पार्टी ने इस प्रस्ताव को ठुकरा दिया वह भी तब जब एक अन्य जांच में यह सामने आ चुका है कि 1400 से ज्यादा नाबालिग बच्चियों को सुनियोजित तरीके से यौन शोषण एवं बलात्कार का शिकार बनाया गया।
ग्रूमिंग गैंग मामले की जांच के खिलाफ 364 वोट
सांसद बैडोनेच की ओर से प्रस्तावित विधेयक का लेबर पार्टी ने विरोध किया जिसकी वजह से इसके खिलाफ 364 वोट पड़े और समर्थन में 111 वोट मिले। ब्रिटेन की लोकसभा में कुल 650 सदस्य हैं। इनमें सत्ताधारी दल लेबर पार्टी के पास 402, मुख्य विपक्षी दल कंजरवेटिव पार्टी के पासस 121 सांसद हैं। इनके अलावा लिबरल डेमोक्रेट दल के पास 72 और स्कॉटिश नेशनल पार्टी के पासस 9 और रिफार्म यूके और ग्रीन पार्टी के पास 4-4 सांसद हैं।
केमी बैडनोच ने आरोप लगाया कि प्रधानमंत्री स्टार्मर ओल्डम और ग्रेटर मैनचेस्टर में हुए मामलों की जाँच नहीं कराना चाहते क्योंकि उसमें कई लेबर नेताओं की मिलीभगत रही थी। खुद प्रधानमंत्री किएर स्टार्मर ब्रिटेन की उस जाँच शाखा के प्रमुख रहे हैं जो ऐसे मामलों की जाँच करती है। किएर स्टार्मर पर पाकिस्तानी मूल के ब्रितानी नागरिकों के बचाव के लिए ऐसे मामलों की जाँच को दबाने का आरोप लगा। स्टार्मर ने इन आरोपों को बेबुनियाद और भ्रामक बताया। बीबीसी न्यूज के अनुसार ग्रूमिंग गैंग के नाम से कुख्यात इन आरोपियों में बड़ी संख्या पाकिस्तानी मूल के ब्रिटिश की है।
यह भी पढ़ें- ब्रिटेन का ग्रूमिंग गैंग स्कैंडल क्या है? फिर क्यों आया चर्चा में…1400 से ज्यादा लड़कियां बनी थी शिकार
ब्रिटिश संसद में नाबालिग बच्चियों के यौन शोषण के मामले की जाँच की माँग करने वाले प्रस्ताव को अस्वीकार करने का वीडियो सोशलमीडिया एक्स पर वायरल हो गया है। एक्स के मालिक और अमेरिकी कारोबारी एलन मस्क ने इस वीडियो को शेयर करके लिखा है, “अविश्वसनीय” एलन मस्क पहले भी ग्रूमिंग गैंग के मामले में टिप्पणी करते रहे हैं। ब्रितानी पीएम स्टार्मर ने मस्क के आरोप जवाब देते हुए उनपर भ्रामक और असत्यपूर्ण प्रचार का आरोप लगाया।
Unbelievable https://t.co/IZcEyg06Rv
— Elon Musk (@elonmusk) January 8, 2025
एलन मस्क द्वारा ब्रिटेन के ग्रूमिंग गैंग मामले पर लगातार टिप्पणी को लेकर ब्रितानी राजनीति में इस पर बात पर बहस शुरू हो गयी है कि क्या मस्क ब्रिटेन की अन्दरूनी राजनीति को प्रभावित करने का प्रयास कर रहे हैं। हालाँकि सत्ताधारी और विपक्षी दल के कुछ सांसदों ने मस्क की टिप्पणियों को फ्री स्पीच बताते हुए उसका बचाव किया है।