ब्राजील के राष्ट्रपति लुईस इनासियो लूला डी सिल्वा ने अपने अमेरिकी समकक्ष डोनाल्ड ट्रंप द्वारा ब्राजील के आयात पर 50 प्रतिशत टैरिफ लगाने के फैसले पर कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त की है। उन्होंने ट्रंप प्रशासन के इस कदम को ब्राजील की संप्रभुता और न्यायिक स्वतंत्रता का अपमान बताया। सोशल मीडिया पर पोस्ट किए गए एक तीखे बयान में, लूला ने ब्राजील के लोकतांत्रिक संस्थानों में किसी भी तरह के बाहरी हस्तक्षेप को खारिज करने की बात कही। दरअसल, ट्रंप ने कहा था कि ये टैरिफ ब्राजील के पूर्व राष्ट्रपति जेयर बोल्सोनारो पर मुकदमा चलाने के बदले में लगाए गए हैं।
ब्राजील के राष्ट्रपति ने एक्स पर एक पोस्ट में कहा, 'बुधवार (9) की दोपहर को सोशल मीडिया पर अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा दिए गए सार्वजनिक बयान के मद्देनजर, इन बातों पर प्रकाश डालना ज़रूरी है: ब्राज़ील एक संप्रभु राष्ट्र है जिसके स्वतंत्र संस्थान हैं और वह किसी भी प्रकार के संरक्षण को स्वीकार नहीं करेगा। तख्तापलट की योजना बनाने वालों के खिलाफ न्यायिक कार्यवाही पूरी तरह से ब्राजील की न्यायिक शाखा के अधिकार क्षेत्र में आती है और इसलिए, इसमें किसी भी तरह का हस्तक्षेप या धमकी का विषय नहीं है जिससे राष्ट्रीय संस्थानों की स्वतंत्रता को खतरा हो सकता है।'
अमेरिका और ब्राजील के रिश्तों में बढ़ता तनाव
लूला ने ब्राजील के साथ अमेरिकी व्यापार घाटे के ट्रंप के दावों का खंडन करते हुए अमेरिकी सरकार के आँकड़ों का हवाला दिया, जो पिछले 15 वर्षों में वस्तुओं और सेवाओं के व्यापार में 410 अरब डॉलर का अधिशेष दर्शाते हैं।
लूला ने आगे कहा, 'ब्राजील के साथ अपने वाणिज्यिक संबंधों में अमेरिका के व्यापार घाटे का दावा गलत है। स्वयं अमेरिकी सरकार के आँकड़े पिछले 15 वर्षों में ब्राजील के साथ वस्तुओं और सेवाओं के व्यापार में 410 अरब डॉलर का अधिशेष दर्शाते हैं। इसलिए, किसी भी एकतरफा टैरिफ वृद्धि का समाधान ब्राजील के आर्थिक पारस्परिकता कानून के अनुसार किया जाएगा। संप्रभुता, सम्मान और ब्राजीलियाई लोगों के हितों की अटूट रक्षा वे मूल्य हैं जो दुनिया के साथ हमारे संबंधों का मार्गदर्शन करते हैं।'
In light of the public statement made by U.S. President Donald Trump on social media on the afternoon of Wednesday (9), it is important to highlight the following:
— Lula (@LulaOficial) July 9, 2025
Brazil is a sovereign nation with independent institutions and will not accept any form of tutelage.
The judicial…
अमेरिका और ब्राजील के बीच राजनयिक संबंध उस समय अपने सबसे निचले स्तर पर पहुँच गए जब ट्रंप ने पूर्व राष्ट्रपति जायर बोल्सोनारो के समर्थन में ब्राजीलियाई वस्तुओं पर 50 प्रतिशत टैरिफ लगाने का ऐलान किया। बोल्सोनारो पर 2023 में लूला को पदभार ग्रहण करने से रोकने के लिए कथित तौर पर तख्तापलट की साजिश रचने का मुकदमा चल रहा है।
ट्रंप ने बोल्सोनारो के खिलाफ कार्रवाई को बताया है 'विच हंट'
ट्रुथ सोशल पर किए गए पोस्ट में ट्रंप ने कहा कि 50 प्रतिशत टैरिफ ब्राजील द्वारा बोल्सोनारो के साथ किए गए व्यवहार से जुड़ा है, और उन्होंने ब्रासीलिया पर अमेरिकी तकनीकी कंपनियों पर 'हमले' करने का भी आरोप लगाया।
इस हफ्ते की शुरुआत में पूर्व ब्राजीलियाई राष्ट्रपति के खिलाफ कानूनी कार्यवाही को लेकर ट्रंप और लूला के बीच सार्वजनिक रूप से बहस हुई थी। ट्रंप ने इसे 'विंच हंट' बताया था।
ट्रंप की ओर से सोशल मीडिया पर पोस्ट किए गए एक पत्र में कहा गया था, 'मैं पूर्व राष्ट्रपति जायर बोल्सोनारो को जानता था और उनके साथ काम कर चुका हूँ, और उनका बहुत सम्मान करता हूँ, जैसा कि अन्य अधिकांश देशों के नेता करते हैं। ब्राजील ने पूर्व राष्ट्रपति बोल्सोनारो, जो अपने कार्यकाल के दौरान दुनिया भर में, यहाँ तक कि अमेरिका में भी, एक अत्यंत सम्मानित नेता थे, के साथ जिस तरह का व्यवहार किया है, वह अंतरराष्ट्रीय स्तर पर एक कलंक है। यह मुकदमा नहीं होना चाहिए। यह एक विच हंट है जिसे तुरंत बंद किया जाना चाहिए।'