हिजबुल्लाह के साथ सीजफायर पर तैयार बेंजामिन नेतन्याहू! इजराइल की कैबिनेट बैठक में मंजूरी से खुलेगा रास्ता

इजराइल और हिज्बुल्लाह के बीच सीजफायर को लेकर समझौता फाइनल हो सकता है। सूत्रों के अनुसार बेंजामिन नेतन्याहू ने इसकी मंजूरी दे दी है। कुछ मुद्दों पर हालांकि बातचीत अभी जारी है।

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Lebanon: The smoke caused by Israeli airstrikes (File Photo)

लेबनान के साथ सीजफायर के करीब इजराइल (फाइल फोटो- IANS)

तेल अवीव: इजराइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने 'सैद्धांतिक रूप से' हिजबुल्लाह के साथ युद्धविराम समझौते को मंजूरी दे दी है। सीएएन ने मामले से परिचित एक सूत्र के हवाले से यह जानकारी दी है। इजराइल की ओर से यह मंजूरी रविवार रात इजराइली अधिकारियों के साथ सुरक्षा परामर्श के दौरान दी गई। माना जा रहा है कि डील पर आगे चर्चा करने और औपचारिक मंजूरी प्रदान करने के लिए इजरायली सुरक्षा कैबिनेट की आज होने वाली बैठक में दी जा सकती है।

बातचीत में प्रगति के बावजूद, इजराइल को अभी भी समझौते से जुड़े कुछ पहलुओं पर आपत्ति है। रविवार की बैठक के बाद इन चिंताओं से लेबनानी सरकार को अवगत कराये जाने की उम्मीद है। इस डील के फाइनल डिटेल्स पर बातचीत अभी जारी है, और रिपोर्ट के अनुसार, जब तक सभी मुद्दों का समाधान नहीं हो जाता, इस समझौते को अंतिम रूप नहीं दिया जाएगा।

सीजफायर पर इजराइली कैबिनेट की मिलेगी मंजूरी?

संघर्ष विराम समझौते के प्रभावी होने से पहले इजराइली कैबिनेट द्वारा इसे मंजूरी दिया जाना जरूरी होगा। सीएनएन की रिपोर्ट में कहा गया है कि बातचीत से जुड़े करीबी सूत्रों का मानना है कि बातचीत सकारात्मक रूप से आगे बढ़ रही है। हालांकि उन्होंने यह भी चेतावनी दी कि इजराइल और हिजबुल्लाह के बीच चल रही झड़पों के बीच कोई एक गलती भी पूरे समझौते को पटरी से उतार सकती है।

वहीं, मध्यस्थता प्रक्रिया में शामिल अमेरिकी दूत अमोस होचस्टीन (Amos Hochstein) ने पिछले हफ्ते बेरूत में कहा था कि इजराइल और लेबनान के बीच युद्धविराम समझौता 'हमारी पहुंच में है।' हालांकि, उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि अंतिम निर्णय संबंधित पक्षों पर निर्भर करता है।

अपनी यात्रा के दौरान होचस्टीन ने लेबनान के प्रधानमंत्री नजीब मिकाती और संसद स्पीकर नबीह बेरी से बातचीत की थी। यह दोनों वार्ता में हिज़्बुल्लाह के प्राथमिक वार्ताकार के तौर पर हैं। होचस्टीन ने चर्चाओं को 'रचनात्मक' और 'बहुत अच्छा' बताया है। उन्होंने कहा कि दोनों पक्षों के बीच दूरियों को कम करने में महत्वपूर्ण प्रगति हुई है।

इजराइल ने इनकार किया तो पीछे हट जाएगा अमेरिका

अमेरिका समर्थित इस प्रस्ताव में तनाव को 60 दिनों में खत्म करने की बात कही गई। साथ ही यह उम्मीद जताई गई है कि यह अस्थायी युद्धविराम अंततः अधिक स्थायी शांति का मार्ग प्रशस्त कर सकता है। हालांकि, रविवार को अमेरिकी वेबसाइट Axios की एक रिपोर्ट में बराक रविद का हवाला देते हुए कहा गया कि होचस्टीन ने उन्हें बताया है कि अगर आने वाले दिनों में इजरायल ने समझौते पर सकारात्मक प्रतिक्रिया नहीं दी, तो वह मध्यस्थता प्रयासों से पीछे हट हट जाएगा। बराक रविद अमेरिका में इजरायली राजदूत हैं।

बता दें कि इजराइल और हिज्बुल्लाह के बीच लेबनान सीमा पर झड़पों की शुरुआत सितंबर के मध्य में हुई। गाजा में हमास और फिलिस्तीनियों के साथ एकजुटता दिखाते हुए हिजबुल्लाह की ओर से इजराइल-नियंत्रित क्षेत्र पर किए गए हमले के बाद ये झड़पें बढ़ गईं। सितंबर के बाद से इजराइल ने बड़े पैमाने पर लेबनान में सैन्य आक्रमण शुरू किया है। इसमें जमीनी हमला, कई बड़े हिजबुल्लाह नेताओं का सफाया और विस्फोटक उपकरणों का इस्तेमाल शामिल है।

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