ढाकाः बांग्लादेश में एक स्थानीय नेता द्वारा 21 वर्षीय हिंदू महिला के साथ क्रूर बलात्कार की घटना के बाद ढाका विश्वविद्यालय के छात्रों ने बड़े पैमाने पर विरोध प्रदर्शन शुरू किया है। आंदोलनकारी छात्र राजधानी की सड़कों पर उतर आए। विरोध प्रदर्शन कर रहे छात्र ताली बजाते और नारे लगाते दिख रहे हैं। छात्रों ने अपराधियों के खिलाफ "सीधी कार्रवाई" की मांग की। यह घटना बांग्लादेश के कुमिला जिले में हुई।
पुलिस ने इस मामले में अब तक पांच लोगों को गिरफ्तार किया है जिसमें एक मुख्य आरोपी फजूर अली-आ है। फजूर अली खालिदा-जिया की पार्टी बांग्लादेश नेशनलिस्ट पार्टी का सदस्य है।
पीड़िता का वीडियो बनाकर शेयर किया
गिरफ्तार किए गए पांच लोगों में से तीन को हिरासत में लिया गया है। इन लोगों ने पीड़िता का वीडियो बनाकर उसे सोशल मीडिया पर शेयर किया। यह घटना 26 जून को हुई। फजूर अली पर आरोप है कि उसने कथित तौर पर रात 10 बजे के करीब पीड़िता के पिता के घर में घुसकर मारपीट की।
पीड़िता का पति दुबई में काम करता है। पीड़ित महिला स्थानीय त्योहार हरि सेवा के लिए अपने बच्चों के साथ पिता के घर पर थी।
इंडिया टुडे की रिपोर्ट के मुताबिक, अली जबरन पीड़िता के घर में घुस गया और उसके साथ मारपीट की। स्थानीय लोगों ने मौके पर उसे पकड़ लिया और उसकी पिटाई की लेकिन वह मौके से भागने में सफल रहा। पुलिस ने रविवार करीब 5 बजे सुबह ढाका के सैदाबाद इलाके से गिरफ्तार किया।
आरोपियों के खिलाफ दर्ज मुकदमा
महिला द्वारा 27 जून को दी गई लिखित शिकायत के आधार पर महिला एवं बाल उत्पीड़न निवारण अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया गया है। मुरादनगर पुलिस ने इस मामले में जांच शुरू कर दी है।
बांग्लादेश में प्रधानमंत्री शेख हसीना को पद से हटाए जाने के बाद से वहां पर हिंदुओं के खिलाफ लगातार हमले हो रहे हैं और इन मामलों में काफी वृद्धि दर्ज की गई है। ऐसे में इस मामले में आरोपी मुस्लिम है और पीड़िता हिंदू है। इसको लेकर स्थानीय लोगों में गु्स्सा है और वे प्रदर्शन कर रहे हैं।
भारत सरकार ने बांग्लादेश में हिंदुओं के ऊपर हो रहे अत्याचार के ऊपर कई बार आपत्ति जताई है। हालांकि, मोहम्मद यूनुस के नेतृत्व वाली अंतरिम सरकार इन आरोपों से किनारा करती रही है।