वाशिंगटन/नई दिल्लीः अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बीच वाशिंगटन में हुई द्विपक्षीय बैठक के बाद बांग्लादेश संकट पर अमेरिका की भूमिका को लेकर बड़ा बयान सामने आया। ट्रंप ने साफ कर दिया कि अमेरिका इस मुद्दे में कोई हस्तक्षेप नहीं करेगा और इसे भारत के निर्णय पर छोड़ दिया गया है।
संयुक्त प्रेस वार्ता के दौरान जब पत्रकारों ने बांग्लादेश की स्थिति पर अमेरिका की भूमिका को लेकर सवाल किया, तो ट्रंप ने कहा, "हमारी डीप स्टेट की इसमें कोई भूमिका नहीं है। यह एक ऐसा मुद्दा है, जिस पर प्रधानमंत्री मोदी लंबे समय से काम कर रहे हैं, शायद सैकड़ों वर्षों से… मैं इस बारे में पढ़ता रहा हूं।" उन्होंने पीएम मोदी की ओर इशारा करते हुए कहा, "मैं बांग्लादेश का मामला प्रधानमंत्री पर छोड़ रहा हूं।"
बांग्लादेश में मौजूदा संकट अगस्त में तब गहरा गया, जब बड़े पैमाने पर सरकार विरोधी प्रदर्शनों के बीच अपदस्थ प्रधानमंत्री शेख हसीना को देश छोड़ना पड़ा और उन्होंने भारत में शरण ली। इसके बाद से भारत और बांग्लादेश के संबंधों में जबरदस्त गिरावट आई है।
क्या बांग्लादेश में सत्ता परिवर्तन के पीछे अमेरिकी 'डीप स्टेट' की भूमिका?
कुछ भू-राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि बांग्लादेश में हुए सत्ता परिवर्तन में अमेरिका की डीप स्टेट की छाया रही है। इस विषय पर जब एक पत्रकार ने पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन की डेमोक्रेटिक सरकार पर बांग्लादेश में सत्ता परिवर्तन कराने और मोहम्मद यूनुस को मुख्य सलाहकार के रूप में स्थापित करने का आरोप लगाया, तो ट्रंप ने इसे खारिज कर दिया।
ट्रंप ने स्पष्ट रूप से कहा, "हमारी डीप स्टेट की इसमें कोई भूमिका नहीं थी। यह एक ऐसा मुद्दा है, जिस पर प्रधानमंत्री मोदी लंबे समय से काम कर रहे हैं। फ्रेंकली, मैंने इसके बारे में काफी पढ़ा है। बांग्लादेश का मामला मैं प्रधानमंत्री मोदी पर छोड़ रहा हूं।"
हालांकि ट्रंप ने सीधे तौर पर बांग्लादेश संकट पर गहराई से बात नहीं की, लेकिन उनके जवाब से यह संकेत मिला कि उनकी सरकार इस मुद्दे में खुद को शामिल नहीं करना चाहती।
बांग्लादेश में बढ़ते कट्टरपंथी हमले और अल्पसंख्यकों की सुरक्षा पर चिंता
भारत और बांग्लादेश के संबंध शेख हसीना के देश छोड़ने के बाद से बेहद तनावपूर्ण हो गए हैं। भारत सरकार को खासतौर पर बांग्लादेश में हिंदू अल्पसंख्यकों पर हो रहे हमलों को लेकर गहरी चिंता है।
वर्तमान में, बांग्लादेश की अंतरिम सरकार का नेतृत्व अमेरिका से लौटे नोबेल पुरस्कार विजेता मोहम्मद यूनुस कर रहे हैं। लेकिन उन पर यह आरोप लग रहा है कि वह देश में बढ़ते कट्टरपंथी तत्वों और अल्पसंख्यकों पर हो रहे हमलों को रोकने में नाकाम रहे हैं।
मोदी ने ट्रंप के सामने रखी भारत की चिंताएं
भारत के विदेश सचिव विक्रम मिस्री ने बताया कि प्रधानमंत्री मोदी ने राष्ट्रपति ट्रंप के साथ बांग्लादेश की स्थिति पर चर्चा की और भारत की चिंताओं को उनके सामने रखा।
उन्होंने कहा, "यह एक ऐसा विषय था जिस पर दोनों नेताओं के बीच चर्चा हुई। प्रधानमंत्री ने बांग्लादेश में हाल के घटनाक्रमों और इस पर भारत की स्थिति को राष्ट्रपति ट्रंप के सामने रखा।"
विदेश सचिव ने आगे कहा, "हम उम्मीद करते हैं कि बांग्लादेश में स्थिति एक स्थिर और रचनात्मक दिशा में आगे बढ़ेगी ताकि हम उनके साथ अपने संबंधों को मजबूत कर सकें। लेकिन वहां की मौजूदा स्थिति को लेकर चिंताएं बनी हुई हैं और प्रधानमंत्री ने यह स्पष्ट रूप से राष्ट्रपति ट्रंप के सामने रखा।"
प्रधानमंत्री मोदी दो दिवसीय अमेरिका दौरे पर हैं। इस दौरान उन्होंने बिजनेस टाइकून एलन मस्क से भी मुलाकात की।