ढाकाः बांग्लादेश के हालात स्थिर होते नजर नहीं आ रहे हैं। पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना के इस्तीफे के बावजूद प्रदर्शनकारियों का आक्रोश थम नहीं रहा है। सियासी तख्तापलट के बाद अब बांग्लादेश में न्यायिक तख्तापलट हो गया है।

सैकड़ों प्रदर्शनकारियों, जिनमें ज्यादातर छात्र शामिल थे, ने बांग्लादेश के सुप्रीम कोर्ट को घेर लिया और मुख्य न्यायाधीश ओबैदुल हसन के तुरंत इस्तीफे की मांग करने लगे। खबरों की मानें तो स्थिति को तेजी से बिगड़ता देख मुख्य न्यायाधीश ने परिसर छोड़ दिया और 1 घंटे के भीतर ही इस्तीफा दे दिया।

बांग्लादेश में ये ताजा हालात तब बने जब मुख्य न्यायाधीश ओबैदुल हसन ने नए बने अंतरिम सरकार से बिना परामर्श किए एक बैठक बुला ली। छात्र प्रदर्शनकारियों का आरोप है कि अदालत के न्यायाधीश एक साजिश का हिस्सा हैं, जिससे नाराजगी बढ़ी और जवाबदेही की मांग की गई।

जैसे-जैसे तनाव बढ़ा, अदालत की बैठक को अचानक रद्द कर दिया गया। प्रदर्शनकारी बिना रुके सुप्रीम कोर्ट को घेरे लिए और मुख्य न्यायाधीश को एक घंटे के भीतर इस्तीफा देने का लेकर अल्टीमेटम दिया। हालात बिगड़ता देख मुख्य न्यायाधीश कोर्ट परिसर छोड़ भाग गए।

ओबैदुल हसन को पिछले साल मुख्य न्यायाधीश नियुक्त किया गया था। हसन शेख हसीना के करीबियों में से एक हैं जिन्होंने पूर्व पीएम के विरोधियों को फांसी देने का आदेश दिया था। उनके भाई हसीना के लंबे समय से सचिव थे।

प्रदर्शनकारियों ने कथित तौर पर सुप्रीम कोर्ट के न्यायाधीशों को इस्तीफा देने के लिए एक घंटे का समय दिया था। उन्होंने चेतावनी दी थी कि अगर न्यायाधीश समय सीमा से पहले इस्तीफा नहीं देते हैं, तो उनके आवासों का घेराव किया जाएगा।

छात्र नेता आसिफ नजरूल ( जो अब मोहम्मद यूनुस की सरकार में कार्यरत हैं) ने पत्रकारों से कहा कि किसी को भी ऐसा कुछ नहीं करना चाहिए जिससे सुप्रीम कोर्ट छात्रों और जनता के जनविद्रोह के खिलाफ खड़ा हो जाए।

कुछ दिन पहले ऐसे ही हालात का सामना पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना को करना पड़ा था। प्रधानमंत्री आवास को प्रदर्शनकारियों द्वारा घेर लिए जाने के बाद उन्होंने प्रधानमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया और देश छोड़ दिया।

शेख हसीना सरकार के गिरने के बाद नोबेल शांति पुरस्कार विजेता मोहम्मद यूनुस के नेतृत्व में गुरुवार एक अंतरिम सरकार ने शपथ ली जिसमें छात्र नेताओं को महत्वपूर्ण मंत्रालय दिए गए।

बांग्लादेश में आरक्षण विरोधी प्रदर्शनों के मुख्य समन्वयकों में से एक छात्र नेता नाहिद इस्लाम को अंतरिम सरकार में सूचना प्रौद्योगिकी और डाक मंत्रालय का प्रभार सौंपा गया है। अन्य प्रमुख नेता आसिफ महमूद को युवा एवं खेल मंत्रालय का कार्यभार सौंपा गया है। वहीं, यूनुस ने रक्षा, शिक्षा, रेलवे, कृषि, वाणिज्य आदि सहित कई प्रमुख मंत्रालय अपने पास रखे हैं।