बांग्लादेश ने हिंदुओं पर हमले की बात मानी, कहा- 88 केस दर्ज हुए...70 आरोपी गिरफ्तार

बांग्लादेश की सरकार ने देश में 5 अगस्त से 22 अक्टूबर तक अल्पसंख्यकों से संबंधित घटनाओं का विवरण साझा किया है। साथ ही कहा है कि जल्द ही 22 अक्टूबर के बाद की घटनाओं की जानकारी भी दी जाएगी।

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Demonstration against violence against Hindus in Bangladesh (file photo)

बांग्लादेश में हिंदुओं के खिलाफ हिंसा के खिलाफ प्रदर्शन (फाइल फोटो)

ढाका: बांग्लादेश में हिंदुओं पर हमलों और अत्याचार को लेकर भारत के कुछ हिस्सों में चल रहे विरोध प्रदर्शनों के बीच पड़ोसी देश ने स्वीकार किया है कि हाल में अल्पसंख्यकों और मुख्य रूप से हिंदुओं पर हमलें की घटनाएं हुई हैं। बांग्लादेश ने मंगलवार को पुष्टि की कि देश में 5 अगस्त से 22 अक्टूबर तक अल्पसंख्यकों से संबंधित घटनाओं में 88 मामले दर्ज किए गए हैं। साथ ही यह भी बताया गया इसके लिए कम से कम 70 लोगों को गिरफ्तार किया गया है।

बांग्लादेश की अंतरिम सरकार के प्रमुख मुहम्मद यूनुस के प्रेस सचिव शफीकुल आलम ने इन आंकड़ों की जानकारी दी। गिरफ्तारियों का विवरण देते हुए बांग्लादेश सरकार ने कहा कि बुद्ध ईसाई परिषद ने 4 से 20 अगस्त के बीच हिंसा की घटनाओं की सूचना दी, जिसके बाद पुलिस को 62 मामले दर्ज करने पड़े। 35 लोगों को गिरफ्तार किया गया।

सरकारी आंकड़ों के अनुसार 5 अगस्त से 22 अक्टूबर तक धार्मिक स्थलों पर हमलों के 26 मामले दर्ज किए गए। इन घटनाओं को लेकर 35 और दंगाइयों को गिरफ्तार किया गया। शफीकुल आलम ने आगे कहा कि 'मामलों और गिरफ्तारियों की संख्या बढ़ने की संभावना है क्योंकि (उत्तरपूर्वी सुनामगंज, (मध्य) गाजीपुर और अन्य क्षेत्रों में हिंसा की नई घटनाएं भी सामने आई हैं।'

22 अक्टूबर के बाद की घटनाओं की भी जानकारी देंगे: बांग्लादेश

आलम ने कहा कि कुछ ऐसे केस भी हो सकते हैं जिसमें पीड़ित पिछली सत्ता में रही पार्टी से जुड़े रहे हों। उन्होंने कहा, 'कुछ हमलों में ऐसे व्यक्तियों को निशाना बनाया गया जो पूर्व सत्तारूढ़ दल के सदस्य थे या उन्हें व्यक्तिगत विवादों की वजह से भी निशाना बनाया गया। फिर भी जब से हिंसा हुई है, पुलिस उचित कार्रवाई कर रही है।'

आलम ने यह भी कहा कि 22 अक्टूबर के बाद हुई घटनाओं के बारे में जानकारी जल्द ही साझा किया जाएगा। गौरतलब है कि बांग्लादेश की अंतरिम सरकार की ओर से यह तमाम जानकारी पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना के अगस्त में देश छोड़कर भाग जाने के कुछ महीनों के बाद दी गई है।

बता दें कि हाल ही में 9 दिसंबर को भारतीय विदेश सचिव विक्रम मिस्री ने बांग्लादेशी नेतृत्व के साथ अपनी बैठकों के दौरान अल्पसंख्यकों पर हमलों की घटनाओं का जिक्र किया था। भारत ने इन घटनाओं को लेकर अपनी चिंता भी जताई थी। पिछले कुछ हफ्तों में बांग्लादेश में हिंदुओं और अन्य अल्पसंख्यकों के खिलाफ हिंसा की घटनाओं के साथ-साथ मंदिरों पर हमले भी हुए हैं, जिससे भारत चिंतित है।

बांग्लादेश में अल्पसंख्यकों पर हमले के खिलाफ प्रदर्शन

बांग्लादेश में हिंदू सहित अल्पसंख्यकों पर हमलों की घटनाओं के विरोध में भारत में लगातार प्रदर्शन हो रहे हैं। कनाडा में भी इन घटनाओं के खिलाफ मंगलवार को प्रदर्शन हुए।

विश्व मानवाधिकार दिवस पर मंगलवार (10 दिसंबर) को सिविल सोसाइटी के सदस्यों ने दिल्ली में बांग्लादेश उच्चायोग के समीप विरोध मार्च किया। इस दौरान सिविल सोसाइटी ऑफ दिल्ली द्वारा बांग्लादेश उच्चायुक्त को एक ज्ञापन भी सौंपा गया। इसके अलावा लखनऊ, हिमाचल प्रदेश के धर्मशाला, जयपुर, अहमदाबाद, रांची, गुवाहाटी, कोलकाता जैसी जगहों पर भी प्रदर्शन हो रहे हैं।

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