ट्रंप की धमकी के बाद खामेनेई ने कहा- 'जंग शुरू हो गई है', ईरान का इजराइल पर हाइपरसोनिक मिसाइल से हमला

ईरान के रिवोल्यूशनरी गार्ड कॉर्प्स ने बुधवार को दोनों देशों के बीच संघर्ष के छठे दिन कहा कि इजराइल पर ताजा हमले के दौरान हाइपरसोनिक मिसाइलों का इस्तेमाल किया गया है।

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Photograph: (X)

तेहरान: ईरान की सेना ने कहा है कि उसकी ओर से इजराइल पर ताजा हमले के लिए हाइपरसोनिक मिसाइलों का इस्तेमाल किया गया है। वहीं, ईरान के सर्वोच्च नेता अयातुल्ला अली खामेनेई ने भी इजराइल के खिलाफ जंग का ऐलान एक सोशल मीडिया पोस्ट के जरिए कर दिया। खामेनेई का यह बयान अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के ईरान को दिए धमकी के कुछ घंटों बाद आया है।

सुपरसोनिक मिसाइल से हमला और खामेनेई का ऐलान

ईरान के रिवोल्यूशनरी गार्ड कॉर्प्स ने बुधवार को दोनों देशों के बीच संघर्ष के छठे दिन कहा कि इजराइल पर ताजा हमले के दौरान हाइपरसोनिक मिसाइलों का इस्तेमाल किया गया है। गार्ड्स ने ईरान के सरकारी टेलीविजन पर प्रसारित एक बयान में कहा, 'फत्ताह-1 मिसाइलों का उपयोग करके गौरवपूर्ण ऑपरेशन ऑनेस्ट प्रॉमिस 3 की 11वें चरण' को अंजाम दिया गया।'

इससे कुछ घंटे पहले ईरान के सर्वोच्च नेता अयातुल्ला अली खामेनेई ने इजराइल और ईरान में जारी संघर्ष के बीच चेतावनी जारी की। उन्होंने एक्स पर एक पोस्ट में कहा, 'महान हैदर के नाम पर, युद्ध शुरू होता है।'

हैदर दरअसल अक्सर अली के लिए किया जाता है, जिन्हें शिया मुसलमान पहले इमाम और पैगंबर मोहम्मद के उत्तराधिकारी मानते हैं। खामेनेई ने एक अन्य पोस्ट में कहा, 'हमें आतंकी जायोनी शासन को कड़ा जवाब देनी चाहिए। हम जायोनीवादियों पर कोई दया नहीं दिखाएंगे।'

ट्रंप की धमकी और बढ़ता तनाव

इससे पहले अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप मंगलवार को जी7 की बैठक बीच में छोड़ अमेरिका के लिए लौट गए। ट्रंप ने ईरान को बिना किसी शर्त के आत्मसमर्पण करने की भी चेतावनी दी। ट्रंप ने मंगलवार को कहा कि अमेरिका जानता है कि इजराइल-ईरान संघर्ष के दौरान ईरान के सर्वोच्च नेता अयातुल्ला अली खामेनेई कहां छिपे हैं, लेकिन वह उन्हें 'अभी' नहीं मारना चाहता। ट्रंप ने सोशल मीडिया पर पोस्ट करते हुए ईरान से 'बिना शर्त आत्मसमर्पण' करने को कहा।

ट्रंप ने कहा, 'हमें ठीक से पता है कि तथाकथित 'सर्वोच्च नेता' कहां छिपा है।' वह एक आसान लक्ष्य है, लेकिन वहां सुरक्षित है - हम उसे मार नहीं सकते (मार नहीं सकते!), कम से कम अभी तो नहीं। लेकिन हम नहीं चाहते कि मिसाइलें नागरिकों या अमेरिकी सैनिकों पर दागी जाएं। हमारा धैर्य खत्म हो रहा है।'

ईरान सरकार के प्रति ट्रंप की बढ़ी हुई आक्रामक टिप्पणियां तब आई हैं जब इससे पहले उन्होंने तेहरान के 90 लाख लोगों को अपनी जान बचाने के लिए शहर छोड़कर निकल जाने को कहा था।

इजराइल और ईरान के बीच संघर्ष

और इजराइल का एक-दूसरे पर मिसाइल और ड्रोन से हमला जारी है। इजराइल के हमले में ईरान में अभी तक कम से कम 244 लोगों के मारे जाने की सूचना है। इसमें ईरान के कुछ शीर्ष सैन्य कमांडर भी शामिल हैं। इसके अलावा परमाणु वैज्ञानिक और आम लोगों के मारे जाने की खबर है। वहीं, इजराइली अधिकारियों की ओर से कहा गया है कि उसके क्षेत्र पर ईरान की ओर से किए गए हमले में कम से कम 24 लोग मारे गए हैं। इसमें महिलाओं और बच्चे भी हैं।

गौरतलब है कि शुक्रवार को इजरायल द्वारा ईरान के परमाणु और सैन्य ढांचे को नुकसान पहुंचाने के उद्देश्य से बड़े पैमाने पर किए गए हमलों के बाद पश्चिम एशिया में हालात बेहद तनावपूर्ण हो गए हैं। ईरान ने भी जवाबी कार्रवाई की थी। इसके बाद से एक-दूसरे पर हमले का सिलसिला जारी है।

ईरान के परमाणु कार्यक्रम पर समझौते पर पहुंचने के लिए तेहरान और वाशिंगटन के बीच बातचीत के दौरान ये सबकुछ शुरू हुआ। इसके बाद ईरान ने बातचीत रोक देने की घोषणा की थी।

इजराइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने कहा कि उनका मानना ​​है कि यहूदी राज्य के हमलों ने तेहरान के परमाणु कार्यक्रम को काफी हद तक पीछे धकेल दिया है। उन्होंने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा था, 'मेरा अनुमान है कि हम उन्हें बहुत, बहुत लंबे समय तक पीछे धकेल रहे हैं।'

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