पाकिस्तान के खैबर पख्तूनख्वा में सुरक्षा चौकी पर हमला, 16 सैनिकों की मौत

सुरक्षा बलों पर हमले ऐसे समय में हुए हैं जब पाकिस्तान की सर्वोच्च समिति ने केपी के कुर्रम जिले को हथियार रहित करने का एक बड़ा फैसला लिया है, जहां घातक सांप्रदायिक झड़पों में 150 से अधिक लोगों की जान जा चुकी है।

south waziristan, khyber pakhtunkhwa, pakistan terrorist attack, pakistan army attack, 16 pakistani soldiers killed, pakistan army, teh

ऊपरी दक्षिण वजीरिस्तान जिले के लिटा सर इलाके में यह हमला हुआ। फोटोः (Xinhua/Jamil Ahmed/IANS)

इस्लामाबादः पाकिस्तान के खैबर पख्तूनख्वा (केपी) में शनिवार तड़के सुरक्षा चौकी पर हमला हुआ, जिसमें 16 सैनिकों की मौत हो गई और आठ अन्य गंभीर रूप से घायल हो गए। ऊपरी दक्षिण वजीरिस्तान जिले के लिटा सर इलाके में यह हमला हुआ।

सुरक्षा बलों पर हमले ऐसे समय में हुए हैं जब पाकिस्तान की सर्वोच्च समिति ने केपी के कुर्रम जिले को हथियार रहित करने का एक बड़ा फैसला लिया है, जहां घातक सांप्रदायिक झड़पों में 150 से अधिक लोगों की जान जा चुकी है। जिले में 70 दिनों से ज्यादा समय से भोजन, पानी, ईंधन और दवाइयों सहित बुनियादी ज़रूरतों की कमी है, जिसके कारण कम से कम 29 बच्चों की मौत हो गई है।

केपी के कोहाट शहर में एक जिरगा (नेताओं की एक पारंपरिक परिषद) कई हफ्तों से सभी पक्षों को आपसी सहमति से शांति समझौते के लिए तैयार करने की कोशिश कर रहा है। पाकिस्तान की सर्वोच्च समिति, जो देश में निर्णय लेने वाली सर्वोच्च संस्था है, ने 1 फरवरी, 2025 तक कुर्रम जिले के सभी हथियार और गोला-बारूद जब्त करने का फैसला किया है।

दोनों पक्षों को 15 दिनों के भीतर स्वेच्छा से अपने हथियार और गोला-बारूद जमा करने होंगे और एक समझौते पर हस्ताक्षर करने होंगे, जिसके लिए सरकार गारंटर होगी। यह फैसला लिया गया है कि 1 फरवरी तक सभी बंकरों को ध्वस्त कर दिया जाएगा, जबकि फ्रंटियर कोर और पुलिस संयुक्त रूप से सैन्य काफिलों को सुरक्षा प्रदान करेंगे।

विशेषज्ञों का मानना ​​है कि शीर्ष समिति के निर्णय पर स्थानीय जनजातियों के लिए सहमत होना आसान प्रस्ताव नहीं हो सकता है क्योंकि कुर्रम जिले में हथियारों की भारी भरकम मात्रा है। जनजातीय समूहों का कहना है हथियारों का इस्तेमाल वह अपनी रक्षा के लिए करते हैं।

(यह कहानी आईएएनएस समाचार एजेंसी की फीड द्वारा प्रकाशित है। इसका शीर्षक बोले भारत न्यूज डेस्क द्वारा दिया गया है।)

यह भी पढ़ें
Here are a few more articles:
Read the Next Article