अमेरिका के विश्वविद्यालयों में इस्तीफों का दौर चल रहा है। पिछले सात सालों से अमेरिका के कॉर्नेल विश्वविद्यालय के अध्यक्ष रही मार्था ई. पोलाक ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है।
उन्होंने इसकी जानकारी एक मेल के जरिए दी है और कहा है कि वे एक जुलाई तक अपने पद पर बनी रहेंगी। हालांकि उन्होंने इस्तीफा क्यों दिया है, इसका जिक्र उन्होंने मेल में नहीं किया है और लिखा है कि वे जीवन में अगले पारी के लिए तैयार हैं।
इजराइल और हमास के बीच चल रहे संघर्ष को देखते हुए अमेरिका के कई विश्वविद्यालयों में विरोध प्रदर्शन हो रहे हैं। इन विश्वविद्यालयों के कैंपसों में प्रदर्शनकारी शिविर लगाकर विरोध कर रहे हैं।
केवल अमेरिका ही नहीं फिलिस्तीन के समर्थन में यूरोप में भी प्रदर्शन जारी है। अमेरिकी प्रदर्शनकारियों की यह मांग है कि यूएस युद्ध में इजराइल का साथ न दें और गाजा में जारी हमले को तुरंत रोकने के लिए इजराइल पर दबाव बनाएं।
विवादों के बीच कॉर्नेल विश्वविद्यालय के अध्यक्ष ने छोड़ा पद
अमेरिका के चार आइवी लीग स्कूलों में एक कॉर्नेल विश्वविद्यालय के अध्यक्ष ने भी अपने पद से इस्तीफा दे दिया है। अध्यक्ष के इस्तीफे के बाद कॉर्नेल विश्वविद्यालय के न्यासी बोर्ड के अध्यक्ष क्रैग एच. कैसर ने यूनिवर्सिटी प्रोवोस्ट माइकल आई. कोटलिकॉफ को पद संभालने को कहा है।
ट्रस्टी के अनुसार, माइकल इस पद को दो सालों तक संभालेंगे जब तक नए राष्ट्रपति की खोज न हो जाए।
कॉर्नेल विश्वविद्यालय के अध्यक्ष के इस्तीफे को लेकर कई तरह के सवाल उठ रहे हैं। उन्होंने उस समय इस्तीफा दिया है, जब कॉलेज कैंपस में कुछ छात्रों ने शांतिपूर्ण तरीके से फिलिस्तीन के समर्थन में प्रदर्शन किया था।
इसके बाद कॉर्नेल विश्वविद्यालय ने छह छात्रों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की थी। कॉर्नेल की सख्ती को लेकर कुछ प्रोफेसरों ने आवाज भी उठाई थी और इसकी आलोचना की थी। उन्होंने कहा कि एक तरफ कॉर्नेल विश्वविद्यालय फ्रीडम ऑफ एक्सप्रेशन को बढ़ावा देता है वहीं दूसरी ओर विरोध कर रहे छात्रों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करता है।
आइवी लीग स्कूलों के अध्यक्षों ने छोड़ा पद
बता दें कि पिछले कुछ महीनों में अमेरिका के चार आइवी लीग स्कूलों के अध्यक्ष ने अपना पद छोड़ा है। हार्वर्ड, येल, पेंसिल्वेनिया विश्वविद्यालय और कॉर्नेल वे चार आइवी लीग स्कूल हैं जिनके अध्यक्षों के इस्तीफे को लेकर काफी हो चर्चा रही है।
कुछ महीने पहले ही हार्वर्ड और पेंसिल्वेनिया विश्वविद्यालय के अध्यक्षों ने अपना पद छोड़ा था और अब कॉर्नेल विश्वविद्यालय के अध्यक्ष के इस्तीफे के बाद यह चर्चा और भी बढ़ गई है। हार्वर्ड और पेन के अध्यक्षों ने कैंपस में चल रहे यहूदी विरोधी भावना पर टिप्पणी करने को लेकर पैदा हुए विवाद के कारण अपना इस्तीफा दिया था।
विश्वविद्यालयों में क्यों हो रहे है प्रदर्शन
फिलिस्तीन के समर्थन में और इजराइल के विरोध में अमेरिका समेत विश्व के अन्य विश्वविद्यालयों में जोरदार प्रदर्शन हो रहे हैं। अमेरिका के टेक्सास-ऑस्टिन विश्वविद्यालय, न्यूयॉर्क विश्वविद्यालय, येल, ओहोयो स्टेट यूनिवर्सिटी और दक्षिणी कैलिफोर्निया विश्वविद्यालय में फिलिस्तीन के समर्थन में विरोध किए गए थे और इस संबध में कुछ गिरफ्तारियां भी हुई थी।
यही नहीं जर्मनी के मुक्त विश्वविद्यालय, बर्लिन और एम्स्टर्डम के विश्वविद्यालयों में भी विरोध देखने को मिला है। कुछ छात्रों ने विश्वविद्यालयों के ट्रस्टी के घरों के सामने भी प्रदर्शन किया है।
कई महीनों से चल रहा है इजराइल हमास युद्ध
बता दें कि फिलिस्तीनी आतंकवादी समूह हमास ने 7 अक्टूबर 2023 को दक्षिण इजराइल पर हमला किया था। इस हमले में करीब 1200 लोगों की मौत हुई थी और करीब 200 लोगों को हमास के लड़ाकों ने बंधक बनाया था।
इसके बाद इजराइल ने भी जवाबी कार्रवाई की थी और गाजा में हमास के खिलाफ हमला शुरू किया था। क्षेत्र के हमास द्वारा संचालित स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक, इजराइल के हमले के कारण गाजा में अब तक 34,780 लोग मारे गए हैं।