अमेरिका छात्रों के वीजा पर लगा रहा है रोक Photograph: (आईएएनएस)
वाशिंगटनः अमेरिकी विदेशी नागिरकों के वीजा पर रोक लगा रहा है और यह रोक लगातार बढ़ती जा रही है। इस वजह से कैंपस के अधिकारियों के बीच चिंता बढ़ती जा रही है। वहीं, अंतर्राष्ट्रीय छात्र भी चिंतित नजर आ रहे हैं।
आव्रजन अधिकारियों ने बड़े संस्थानों जैसे हार्वर्ड, स्टैनफर्ड और टफ्ट्स जैसे संस्थानों में पढ़ने वाले विदेशी छात्रों के लिए छात्र वीजा की श्रृंख्ला को रद्द कर दिया है।
छात्रों पर पड़ रहा है असर
हाल ही में जिन संस्थानों के छात्रों के वीजा रद्द किए गए हैं, उनके बयानों के मुताबिक इसका असर छात्रों पर पड़ रहा है। इसके साथ ही हाल ही में स्नातक कर चुके छात्रों पर भी इसका असर देखा जा रहा है। संस्थानों को इस बारे में जानकारी तब ही मिल पाती है जब आव्रजन रिकॉर्ड अपडेट हो जाता है।
ट्रंप प्रशासन द्वारा अंतर्राष्ट्रीय छात्रों पर निगरानी को कड़ा करने के व्यापक प्रयासों के बीच यह कदम उठाया गया है। इस संबंध में अमेरिकी विदेश सचिव ने पिछले महीने कहा था कि 300 या उससे अधिक ऐसे वीजा रद्द कर दिए गए हैं।
हाल ही में दर्जनों छात्रों के वीजा रद्द किए गए हैं। ये छात्र कैलिफोर्निया के विभिन्न संस्थानों यूसीएलए, यूसी बर्कले, यूसी डेविस, यूसी सैन डिएगो क्रूज के साथ-साथ स्टैनफर्ड के हैं। इसके खिलाफ दो छात्रों ने अमेरिकी कोर्ट में मामला दायर किया है। छात्रों ने आरोप लगाया है कि उन्हें बिना कारण बताए वीजा रद्द किया गया है। वहीं, कुछ मामलों में छोटी गलतियों की वजह से भी ये कार्रवाई की गई है।
स्टैनफर्ड विश्वविद्यालय ने क्या कहा?
स्टैनफर्ड विश्वविद्यालय ने शुक्रवार को इस बाबत एक बयान जारी किया था जिसका लब्बोलुआब यह है कि उनके छह छात्रों का वीजा रद्द किया गया था। आव्रजन पर विश्वविद्यालय कार्य समूह की बैठक जारी है। स्कूल ने कहा है कि वह कानूनी रूप से आवश्यक होने तक आव्रजन अधिकारियों के साथ छात्र या कार्मिक रिकॉर्ड साझा नहीं करता है।
इसी तरह हार्वर्ड विश्वविद्यालय ने भी कहा है कि उनके तीन वर्तमान छात्र और दो हाल ही स्नातक हुए छात्रों के वीजा रद्द किए गए हैं। एसोसिएटेड प्रेस की रिपोर्ट के अनुसार, मिन्नेसोटा राज्य विश्वविद्यालय, अरिजोना राज्य विश्वविद्यालय, दारमौथ कॉलेज और अन्य स्कूलों के छात्रों के वीजा रद्द किए गए हैं।
हालांकि इस पर विदेश विभाग और आव्रजन अधिकारियों की तरफ से कुछ नहीं कहा गया है।
बीते पांच अप्रैल को ट्रंप प्रशासन की नीतियों के खिलाफ दर्जनों रैलियां आयोजित की गईं थीं। इसमें भी वीजा रद्द करने के मुद्दे को भी उठाया गया था।