गूगल सीईओ सुंदर पिचाई एआई एक्शन समिट में क्या बोले? Photograph: (आईएएनएस)
पेरिसः फ्रांस की राजधानी पेरिस में दो दिवसीय AI Action Summit का आयोजन किया जा रहा है। इस समिट में दुनिया भर के शीर्ष नेताओं के साथ-साथ दिग्गज टेक लीडर्स भी शिरकत कर रहे हैं। समिट में गूगल के सीईओ सुंदर पिचाई भी पहुंचे।
इस दौरान उन्होंने एआई को लेकर ऐसे नियमों को बनाने की बात कही जिसमें प्रौद्योगिकी के नवाचार, प्रगति और सकारात्मक प्रभावों को प्रभावित किए बिना एआई से उत्पन्न होने वाले खतरों का सामना कर सकें।
एआई के लिए वैश्विक ढांचे की वकालत की
एआई एक्शन समिट के पहले दिन बोलते हुए सुंदर पिचाई ने वैश्विक एआई ढांचे की वकालत की। पिचाई ने यह भी कहा कि ऐसे नियमों को बनाने की जरूरत है जो सभी देशों में समान तरीके से लागू हों। ऐसा न हो कि कोई देश इसके लिए पूरी तरह से नए नियम बनाए।
इसके साथ ही पिचाई ने कहा कि सरकारों को एआई के संबंध में बुनियादी ढांचे को बढ़ाने के लिए एक विचारशील रणनीतिक दृष्टिकोण अपनाने की जरूरत है। पिचाई की यह टिप्पणी उस वक्त आई है जब यूरोपीय संघ (ईयू) के सांसद चीनी एआई डीपसीक की सफलता से प्रेरित होकर एआई विनियमन पर पुनर्विचार कर रहे हैं।
रॉयटर्स की एक रिपोर्ट के मुताबिक, बीते सोमवार को फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों ने शिखर सम्मेलन में एक सभा में कहा कि ईयू एआई के विकास को आसान बनाने के लिए विनियमन में कटौती करेगा। यूरोपीय संघ के डिजिटल प्रमुख हेना विर्ककुनेन ने भी कथित तौर पर एआई अधिनियम को सरल बनाने पर जोर दिया है।
इमैनुएल मैक्रों की पहल
एआई एक्शन समिट का आयोजन फ्रांसीसी राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों की पहल पर हो रहा है। इस समिट में भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सह-अध्यक्ष के रूप में भाग ले रहे हैं।
पिचाई का मानना है कि एआई में प्रगति मूलभूत बुनियादी ढांचे जैसे एआई के लिए कस्टम चिप्स और स्थलीय और उप-समुद्र फाइबर केबल के नेटवर्क में निवेश से आएगी।
एआई का उपयोग दुनिया भर में लगातार बढ़ रहा है और दिग्गज टेक कंपनियां भी इससे अछूती नहीं है। गूगल के साथ- साथ मेटा, अमेजन, माइक्रोसॉफ्ट जैसी कंपनियां भी इस वर्ष एआई के खर्च को बढ़ाने का विचार कर रही हैं। हाल ही में अमेरिका में लांच हुए चीनी एआई डीपसीक को लेकर पूरी दुनिया में चर्चा हो रही है। डीपसीक बनाने वाली कंपनी ने दावा किया था कि इसे बनाने में ओपनएआई से बहुत कम लागत लगी है।
पिचाई ने अपने संबोधन के दौरान विश्व आर्थिक शिखर सम्मेलन की एक रिपोर्ट के बारे में भी बात की। इस रिपोर्ट में यह अनुमान लगाया गया है कि यूरोप में जल्द ही एआई क्षेत्र में आएंगी। इस बारे में उन्होंने कहा कि "इन वास्तविकताओं के लिए भविष्य के कार्यबल को तैयार करने में मदद करने" की आवश्यकता पर जोर दिया।