वाशिंगटनः टीवी पर पहले प्रेसिडेंशियल डिबेट में अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन के खराब प्रदर्शन के बाद उनकी उम्मीदवारी पर सवाल उठने लगे हैं। गुरुवार रात पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के साथ बहस में बाइडन के कमजोर प्रदर्शन को लेकर कुछ डेमोक्रेट्स ने खुले तौर पर सवाल उठाए हैं कि क्या उन्हें 2024 के चुनाव के लिए अपने उम्मीदवार के रूप में बदलना चाहिए।
खबरों की मानें तो पूर्व प्रथम महिला मिशेल ओबामा के राष्ट्रपति जो बाइडन की जगह डेमोक्रेटिक उम्मीदवार बनाया जा सकता है। और यह बदलाव अगस्त में डेमोक्रेटिक नेशनल कन्वेंशन में हो सकता है, यानी चुनाव से ठीक तीन महीने पहले। गौरतलब है कि इसी साल नवंबर में राष्ट्रपति पद के लिए अमेरिका में चुनाव होने हैं।
गुरुवार को रिपब्लिकन उम्मीदवार डोनाल्ड ट्रंप के साथ बाइडन की पहली प्रेसिडेंशियल डिबेट थी। 90 मिनट चले इस बहस के दौरान बाइडन कई बार हकलाते दिखे। कुछ उनके जवाब ऐसे थे जिनका कोई अर्थ ही नहीं निकल रहा था। लिहाजा बाइडन की अमेरिकी मीडिया और राजनीतिक विश्लेषकों ने कड़ी आलोचना की।
डेमोक्रेटिक पार्टी जो बाइडन को उम्मीदवारी से हटा देगी?
बहस के बाद, अमेरिकी सीनेटर टेड क्रूज (आर-टेक्सास) ने अपने पॉडकास्ट पर बाइडन की उम्मीदवारी के संकट में होने की बात कही।। उन्होंने कहा, “संभावना 80% से अधिक है कि डेमोक्रेटिक पार्टी जो बाइडन को उम्मीदवारी से हटा देगी और उनकी जगह मिशेल ओबामा को टिकट देगी। क्योंकि बाइडन का प्रदर्शन बेहद खराब रहा, जिससे डेमोक्रेटिक पार्टी के लोग चिंता में हैं।”
मिशेल ओबामा के नाम की चर्चा
टेड क्रूज ने कहा कि पूर्व प्रथम महिला मिशेल ओबामा राष्ट्रपति जो बाइडन की जगह डेमोक्रेटिक उम्मीदवार बनेंगी। क्रूज का दावा है कि यह बदलाव अगस्त में डेमोक्रेटिक नेशनल कन्वेंशन में होगा, यानी चुनाव से ठीक तीन महीने पहले।
खबरों के मुताबिक, कुछ रणनीतिकार कथित तौर पर बाइडन को बैलेट पर बदलने के तरीके पर विचार कर रहे हैं। न्यूयॉर्क टाइम्स और पोलिटिको की रिपोर्टों में कहा गया है कि डेमोक्रेटिक पार्टी में राष्ट्रपति जो बाइडन के चुनावी अभियान को लेकर बढ़ती चिंता है। बाइडन के कर्कश और रुक-रुक कर बोलने की आवाज, अस्पष्ट जवाब और अपनी बात खत्म करने के लिए संघर्ष का हवाला देते हुए बाइडन को हटाने की बात हो रही है।
पोलिटिको की रिपोर्ट के अनुसार, आधे दर्जन से अधिक प्रमुख डोनर्स ने पार्टी को इस पर विचार करने के लिए कहा है। एक डोनर ने कहा कि “बाइडन को राष्ट्रपति पद की दौड़ से हट जाना चाहिए। हालांकि बढ़ते दबाव के बावजूद, कुछ प्रमुख डेमोक्रेट्स बाइडन के साथ खड़े रहे।
निक्की हेली ने कहा- इडेन डेमोक्रेटिक उम्मीदवार नहीं होंगे
इसी तरह, अमेरिकी राजनीतिज्ञ निक्की हेली ने एक्स पर कहा कि मेरी बात याद रखें… बाइडेन डेमोक्रेटिक उम्मीदवार नहीं होंगे। रिपब्लिकन, सतर्क रहें!” भारतीय मूल के अमेरिकी उद्योगपति विवेक रामास्वामी ने भी सुझाव दिया कि डेमोक्रेटिक पार्टी बाइडेन को “बलि का बकरा” बना रही है।
Mark my words….Biden will not be the Democrat nominee. Republicans, get your guard up!
— Nikki Haley (@NikkiHaley) June 28, 2024
पूर्व राष्ट्रपति बराक ओबामा ने क्या कहा?
डेमोक्रेटिक उम्मीदवार के बदलने की चर्चाओं के बीच पूर्व राष्ट्रपति बराक ओबामा ने भी अपनी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने माना की बाइडन ने बहस में अच्छा प्रदर्शन नहीं किया। उन्होंने एक्स पर एक पोस्ट में कहा कि ऐसा होता रहता है लेकिन यह चुनाव दो व्यक्तियों के बीच है। इनमें एक ने अपने पूरे जीवन में आम लोगों के लिए संघर्ष किया है वहीं दूसरा व्यक्ति को सिर्फ अपनी परवाह है।
Bad debate nights happen. Trust me, I know. But this election is still a choice between someone who has fought for ordinary folks his entire life and someone who only cares about himself. Between someone who tells the truth; who knows right from wrong and will give it to the…
— Barack Obama (@BarackObama) June 28, 2024
हालांकि डेमोक्रेटिक अभियान के प्रवक्ता माइकल टायलर ने इससे इनकार किया है कि बाइडन की जगह किसी और को टिकट दिए जाने पर विचार हो रहा है। उन्होंने कहा कि इस संभावना के बारे में कोई बातचीत नहीं हो रही है। उन्होंने एयर फोर्स वन में पत्रकारों से कहा, “हम एक खराब रात को ऐसे उम्मीदवार से बेहतर मानते हैं, जिसका देश को लेकर खराब दृष्टिकोण हो।”
बहस के बाद राष्ट्रपति बाइडेन ने कहा कि उनका प्रदर्शन “अच्छा” रहा और उनके प्रदर्शन से निराश कुछ डेमोक्रेट्स की चुनावी दौर से हट जाने की सलाह पर अमल की संभावना से इनकार किया। राष्ट्रपति ने संवाददाताओं से कहा, “मुझे लगता है कि मैंने अच्छा (प्रदर्शन) किया।” लेकिन इस बीच उन्होंने माना की डिबेट में उनका प्रदर्शन अच्छा नहीं रहा।
मैं पहले की तरह सहजता से नहीं बोल पाताः बाइडन
बाइडन ने कहा कि “मैं पहले की तरह आसानी से नहीं चलता, मैं पहले की तरह सहजता से नहीं बोलता, मैं पहले की तरह अच्छी तरह से बहस नहीं करता।” हालांकि, “अगर मुझे पूरे दिल और आत्मा से यह विश्वास न होता कि मैं यह काम कर सकता हूं, तो मैं फिर से चुनाव नहीं लड़ता। दांव बहुत ऊंचे हैं।