गूगल और ट्विटर के पूर्व बिग बॉस परमिंदर सिंह ने मलेशियाई लोगों को लेकर एक मजेदार तथ्य साझा किया है। उन्होंने अपने एक्स अकाउंट पर एक पोस्ट साझा किया है जिसमें उन्होंने बताया है कि कैसे मलेशियाई लोग सिखों को “बंगाली” मानते हैं और उन्हें दादा कहकर पुकारते हैं।
सिंह ने बताया कि कैसे मलेशियाई लोगों न केवल सिखों को बल्कि पूरे उत्तर भारतीयों को वे “बंगाली” मानते हैं।
उन्होंने इसके पीछे का कारण बताया और यह भी कहा है कि केवल मलेशियाई लोग नहीं बल्कि कुछ उत्तर भारतीय भी ऐसे हैं जो दक्षिण भारत के सभी लोगों को “मद्रासी” कह कर उन्हें बुलाते हैं।
सिंह के इस पोस्ट को एक्स पर देख कई और यूजर्स ने भी अपनी प्रतिक्रिया दी है और कहा है कि कैसे भारत के साथ दुनिया के कई और जगहों पर उनकी जातीयता और संस्कृति को कभी-कभी दूसरों द्वारा गलत समझा जाता है और दूसरे नामों से बुलाया जाता है।
सिंह ने सिखों को “बंगाली” कहने के पीछे का लॉजिक बताया
मलेशियाई लोगों द्वारा सिखों को “बंगाली” कह कर पुकारने पर बोलते हुए परमिंदर सिंह ने कहा कि यह बात उस समय की है जब भारत में अंग्रेजों का राज था और उस समय व्यापार के लिए तीन मुख्य बंदरगाह-कलकत्ता, मद्रास और बॉम्बे का इस्तेमाल होता था।
सिंह ने बताया कि उस समय कलकत्ता पोर्ट से जो कोई जहाज मलेशिया जाता था उसमें ज्यादातर लोग उत्तर भारत के होते थे। इन लोगों में कई सिख भी हुआ करते थे जो मलेशिया में सेना, पुलिस और सुरक्षा में नौकरी के लिए वहां जाते थे।
ऐसे में कलकत्ता पोर्ट से जाने वाले सभी लोग चाहे वे किसी भी धर्म के हो, मलेशियाई लोग उन्हें “बंगाली” कहते थे। सिंह ने इस बात को समझाने के लिए उन उत्तर भारतीय लोगों का मिसाल दिया था जो दक्षिण भारत से आने वाले सभी लोगों के लिए केवल एक ही नाम देते हैं और उन्हें “मद्रासी” कहते हैं।
सोशल मीडिया यूजर्स ने दी प्रतिक्रिया
परमिंदर सिंह के इस पोस्ट पर कई सोशल मीडिया यूजर्स ने अपनी प्रतिक्रिया भी दी है। एक यूजर ने लिखा है कि ओडिशा राज्य में सलवार कमीज जैसे कपड़े को पंजाबी कहा जाता है।
उसने यह भी कहा कि जरा सोचिए कि आप किसी कपड़े की दुकान जाते हैं और उनसे रंगबिरंगी पंजाबी निकालने को कहते हैं। एक और यूजर ने बताया कि कैसे दक्षिण एशियाई लोग सभी श्वेत लोगों को उनकी वास्तविक राष्ट्रीयता के बजाय उन्हें “अंग्रेज” कहते हैं।
सिंह के पोस्ट पर एक और यूजर ने भी अपनी प्रतिक्रिया दी है और बताया है कि कैसे पूर्वी अफ्रीका में सिखों को “काला सिंह” के नाम से भी जाना जाता है। युजर के अनुसार, वे उन्हें इस नाम से बुलाते हैं।