अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप लगातार चीन पर टैरिफ का दबाव बना हैं। ऐसे में आखिरकार चीन अमेरिका से व्यापार वार्ता के लिए तैयार हो चुका है। साथ ही अमेरिका से यह भी अपील की है कि वे टैरिफ भरी धमकी देना अब बंद कर दे। चीन का बयान यह तब आया है, जब अमेरिका ने ड्रैगन पर 245% टैरिफ लगाने का ऐलान किया। चीन के वाणिज्य मंत्रालय ने गुरुवार को घोषणा की कि वह अमेरिका के साथ आर्थिक और व्यापार वार्ता के लिए तैयार है। इसके अलावा चीन ने अमेरिका से 'धमकी और ब्लैकमेल की रणनीति' बंद करने की अपील की है। इस ऐलान के बाद, अब ट्रेड वॉर का खतरा टल सकता है।
चीन की तरफ से प्रतिक्रिया
चीनी प्रवक्ता ही योंगकियान ने कहा कि अमेरिका को चीन के साथ समान बातचीत करनी चाहिए और मतभेद को सुलझाना चाहिए। चीन की तरफ से ये प्रतिक्रिया तब आई है, जब व्हाइट हाउस द्वारा यह घोषणा की कि चल रहे व्यापार विवाद में जवाबी कार्रवाई के कारण चीन को 245% तक टैरिफ का सामना करना पड़ सकता है।
बता दें कि दो अप्रैल को जब अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप ने चीन के ऊपर 34 प्रतिशत का टैरिफ लगाया था तो इसके विरोध में चीन ने भी अमेरिका के ऊपर उतना ही टैरिफ लगा दिया। जिसे बढ़ाकर अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप ने पहले 84 प्रतिशत और फिर 125 प्रतिशत किया। अमेरिका के 125 फीसदी टैरिफ का जवाब जब चीन ने दिया तो, राष्ट्रपति ट्रंप ने एक बार फिर चीन के ऊपर टैरिफ को बढ़ाकर 245 प्रतिशत कर दिया। अमेरिका राष्ट्रपति डोनाल्ट ट्रंप ने चीन पर बढ़ाए टैरिफ पर मंगलवार देर रात फैसला लिया। इसके बाद अब चीन और अमेरिका के बीच ट्रेड वार और तेज होने की उम्मीद की जा रही है।
चीन के ऊपर 245% टैरिफ
अमेरिका ने जैसे ही चीन के ऊपर 245% टैरिफ लगाने की घोषणा की, ठीक वैसे ही चीन की ओर से आधिकारिक प्रतिक्रिया आ गई है। चीन के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता लिन जियान ने कहा कि चीन व्यापार युद्ध लड़ने से डरता नहीं है, इससे पहले अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा था कि बातचीत की मेज पर आना बीजिंग पर निर्भर करता है। प्रेस सेक्रेटरी कैरोलिन लेविट द्वारा एक ब्रीफिंग में पढ़े गए एक बयान के अनुसार, मंगलवार को अमेरिकी राष्ट्रपति ने कहा, “गेंद चीन के पाले में है। चीन को हमारे साथ एक समझौता करने की जरूरत है।”