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साल 2016 के बाद यह पहली बार था जब विद्रोहियों ने अलेप्पो शहर में प्रवेश किया था। विद्रोही गुट के सैन्य संचालन कमान ने अलेप्पो में उनके प्रवेश की पुष्टि की और सरकार और ईरानी समर्थित बलों के साथ लड़ाई की जानकारी दी।
समाचार एजेंसी सिन्हुआ के अनुसार, शुक्रवार को सेना ने एक बयान में कहा कि अलकायदा से जुड़े एचटीएस के सशस्त्र समूहों ने अपने विदेशी सहयोगियों द्वारा उपलब्ध कराए गए ड्रोनों सहित विभिन्न भारी और मध्यम हथियारों का इस्तेमाल करके हमले किए।
एचटीएस जिसे पहले नुसरा फ्रंट के नाम से जाना जाता था, को सीरिया, रूस और कई अन्य देश आतंकवादी संगठन मानते हैं।
अलेप्पो शहर में हमले के कारण लोगों ने छोड़ा अपना घर
सीरियन ऑब्जर्वेटरी ऑफ ह्यूमन राइट्स के अनुसार, हमले के कारण हजारों लोगों को अपना घर छोड़कर पड़ोस के शहर में शरण लेने पर मजबूर होना पड़ा। अमेरिकी न्यूज वेबसाइट सीएनएन द्वारा जारी एक वीडियो में विद्रोहियों द्वारा सीरिया के झंडे को नीचे करते हुए भी देखा गया है।
बता दें विद्रोहियों ने बुधवार से अलेप्पो के पश्चिमी ग्रामीण इलाकों में सैन्य स्थलों पर बड़े पैमाने पर हमले शुरू किया था। साल 2021 से सीरिया में चल रहे गृहयुद्ध और गाजा और लेबनान में चल रहे संघर्ष के बीच अलेप्पो शहर पर यह हमला हुआ है।
स्वयंसेवी बचाव समूह के अनुसार, शुक्रवार के हुए हमले से पहले सीरिया पर गुरुवार को अलेप्पो और इदलिब के ग्रामीण इलाकों में हवाई हमले हुए थे। हमले में 15 लोगों की जान गई थी और करीब 36 लोग घायल हुए थे।
राज्य समाचार एजेंसी सना की रिपोर्ट के अनुसार, शुक्रवार को अलेप्पो शहर में एक छात्रावास परिसर में हथियारबंद आतंकवादी समूहों द्वारा की गई गोलीबारी में चार नागरिकों की मौत हो गई और विश्वविद्यालय के कई छात्र घायल हो गए। यह गोलाबारी इस क्षेत्र में हाल के महीनों में सबसे घातक हमलों में से एक है।
सीरिया की सेना ने विद्रोहियों ने दिया जवाब
शुक्रवार के हमले के जवाब में सीरियाई सशस्त्र बलों ने प्रभावित क्षेत्रों पर फिर से नियंत्रण हासिल करने के लिए युद्ध अभियान शुरू किया। सेना ने विद्रोहियों द्वारा इस्तेमाल किए गए 17 ड्रोनों को सफलतापूर्वक मार गिराने के साथ-साथ दर्जनों वाहनों और बख्तरबंद वाहनों को नष्ट करने का दावा किया है।
एक बयान में, सीरियाई सेना ने विद्रोहियों को भारी नुकसान पहुंचाने की सूचना दी जिसमें यह दावा किया गया कि उनके अभियान के चलते सैकड़ों विद्रोही हताहत हुए।
बयान में कहा गया कि सेना आगे के हमलों को रोकने के लिए विभिन्न अग्रिम मोर्चों पर अपनी स्थिति मजबूत कर रही है। सेना ने एचटीएस पर अलेप्पो में नागरिक आबादी को डराने के उद्देश्य से भ्रामक जानकारी और वीडियो प्रसारित करने का आरोप लगाया।
इसने नागरिकों से सटीक जानकारी के लिए केवल आधिकारिक राष्ट्रीय मीडिया पर भरोसा करने की अपील की।
(समाचार एजेंसी आईएएनएस के इनपुट के साथ)