कीवः रूस यूक्रेन युद्ध के तीन साल पूरे हो चुके हैं।  24 फरवरी, 2022 को रूस ने यूक्रेन पर पूर्ण पैमान का सैन्य आक्रमण किया था। तब से हजारों यूक्रेनी नागरिक मारे गए हैं और 60 लाख से अधिक लोग विदेशों में शरणार्थी के रूप में रह रहे हैं। यह यूरोप में द्वितीय विश्व युद्ध के बाद सबसे खूनी संघर्ष है।

सैन्य नुकसान विनाशकारी रहे हैं, हालांकि वे अभी भी गुप्त रखे गए हैं। खुफिया रिपोर्टों के आधार पर अनुमान व्यापक रूप से भिन्न हैं, लेकिन अधिकांश का कहना है कि दोनों ही साइड सैकड़ों हजार लोग मारे गए हैं या घायल हुए हैं।

वहीं, इस युद्ध में रूस को भी भारी नुकसान हुआ है। यूक्रेनी सेना के अनुसार इन तीन सालों में 8 लाख से ज्यादा सैनिक तो 370 विमान समेत कई टैंक तबाह हो गए। पिछले 24 घंटों (3 से 4 मार्च के बीच) के दौरान ही रूस को भारी नुकसान उठाना पड़ा है।

 यूक्रेनी सशस्त्र बलों के जनरल स्टाफ के अनुसार, 24 घंटे में रूसी सेना के 1,340 सैनिक मारे गए, जबकि यूक्रेन ने रूस के 45 तोपखाने सिस्टम, 86 ड्रोन और 101 वाहन नष्ट कर दिए। 

रूसी सेना को नुकसान (24 फरवरी 2022 से 4 मार्च 2025 तक):

  • सैनिक: लगभग 8,79,410 (+1,340)

  • टैंक: 10,255 (+3)

  • बख्तरबंद वाहन: 21,298 (+8)

  • तोपखाने सिस्टम: 24,064 (+45)

  • एमएलआरएस: 1,306

  • वायु रक्षा सिस्टम: 1,094 (+1)

  • विमान: 370

  • हेलीकॉप्टर: 331

  • ड्रोन: 27,741 (+86)

  • क्रूज मिसाइल: 3,085

  • युद्धपोत/नौकाएं: 28

  • पनडुब्बियां: 1

  • वाहन और ईंधन टैंक: 39,428 (+101)

  • विशेष उपकरण: 3,768

स्रोत: यूक्रेनी सशस्त्र सेनाओं के जनरल स्टाफ के फेसबुक पेज

युद्ध में बच्चों का अपहरण बड़ा मुद्दा

इस बीच, रूस-यूक्रेन युद्ध के दौरान बच्चों के अपहरण का मामला भी अंतरराष्ट्रीय स्तर पर चर्चा का विषय बना हुआ है। ब्रिटेन की लेबर पार्टी की सांसद जोहाना बैक्सटर ने हाउस ऑफ कॉमन्स में सवाल उठाया कि क्या शांति वार्ता के दौरान उन 19,556 बच्चों की सुरक्षित वापसी की बात की गई है, जिन्हें रूसी सैनिकों ने युद्ध के दौरान अगवा कर लिया था।

प्रधानमंत्री कीर स्टार्मर ने इस पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि बच्चों की सुरक्षित वापसी के बिना शांति वार्ता संभव नहीं है। उन्होंने कहा, “आपका गुस्सा पूरी तरह जायज है। हम इन बच्चों की सुरक्षित वापसी सुनिश्चित करेंगे।”

बच्चों के अपहरण के चौंकाने वाले आंकड़े

यूक्रेन सरकार के मुताबिक, युद्ध की शुरुआत (2022) से अब तक 19,500 से अधिक बच्चों को रूस ले जाया गया है, जिनमें से केवल 388 बच्चे ही वापस लौट सके हैं। इन बच्चों की उम्र 3 से 10 साल के बीच बताई जा रही है। Childrenofwar.gov.ua की रिपोर्ट के अनुसार, 19,546 बच्चे लापते हैं। वहीं 599 बच्चों की मौत हो चुकी है। जबकि 1,774 बच्चे घायल हुए हैं।

हालांकि, रूस ने अभी तक इन आरोपों पर कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया नहीं दी है। ब्रिटिश सांसदों का कहना है कि जब तक इन बच्चों को सुरक्षित रूप से वापस नहीं किया जाता, तब तक शांति वार्ता को आगे नहीं बढ़ाया जा सकता।