मुंबई: सोमवार को ओला इलेक्ट्रिक के शेयरों में आठ फीसदी की गिरावट देखी गई है। इसके शेयर लिस्टिंग के बाद से 43 फीसदी गिरे हैं। यह गिरावट कंपनी के लिए घाटे का लगातार तीसरा सत्र है।
बता दें कि पिछले कई महीनों से ओला के स्कूटरो को लेकर ग्राहक शिकायतें कर रहे हैं। वे स्कूटरों के सॉफ्टवेयर और हार्डवेयर को लेकर शिकायत कर रहे हैं। सरकारी आंकड़ों के अनुसार, पिछले महीने कंपनी के बिक्री में भी गिरावट देखी गई है। ओला के स्कूटरों की सेल्स मे कमी के पीछे कई कारण हैं।
इस बीच सोमवार को भी इसके शेयर नीचे गिरे हैं। यह गिरावट ओला के सीईओ भाविश अग्रवाल और स्टैंडअप कॉमेडियन कुणाल कामरा के बीच सोशल मीडिया पर तीखी बहस के बाद दर्ज की गई है।
सोशल मीडिया पर दोनों के बीच टकराव पर सोशल मीडिया यूजरों की भी प्रतिक्रिया सामने आई है। दोनों के टकराव पर यूजरों द्वारा मिली जुली प्रतिक्रिया देखने को मिली है।
क्या है पूरा मामला
रविवार को भाविश अग्रवाल और कुणाल कामरा के बीच बहस शुरू हुई थी। दरअसल, भाविश अग्रवाल ने पहले एक पोस्ट किया था जिस पर कामरा ने कमेंट किया था। कमेंट में कामरा ने कई ओला इलेक्ट्रिक स्कूटरों की तस्वीर डाली थी जो मरम्मत के लिए खड़ी थी।
पोस्ट में कामरा ने केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी को टैग किया था। कामरा ने ओला के सेवा केंद्रों के मुद्दों को संबोधित करते हुए भाविश की आलोचना की थी। यही नहीं उन्होंने ओला के असंतुष्ट ग्राहकों के लिए 100 फीसदी रिफंड की भी मांग की थी।
जवाब में भाविश ने कामरा पर “पेड ट्वीट” करने का आरोप लगाया था और उन पर जमकर हमला बोला था। भाविश ने उनके कॉमेडी करियर पर भी तंज कसा था। यही नहीं भाविश ने उन्हें ओला सर्विस सेंटर में नौकरी की भी पेशकश की थी।
दोनों के बीच काफी लंबे समय तक ऑनलाइन बहस चली थी। दोनों के बीच ऑनलाइन हो रहे टकराव पर यूजरों ने अलग-अलग प्रतिक्रिया दी है। कुछ ने कामरा को इस तरह भाविश को टारगेट करने को सही नहीं बताया है तो कुछ ने ओला के मालिक की आलोचना की है।
कुछ यूजरों ने भाविश को इस तरह से ऑनलाइन झगड़े में शामिल होने और कामरा पर निजी हमले करने के लिए उन्हें अहंकारी बताकर उनकी आलोचना की है।
सोमवार को ओला इलेक्ट्रिक के शेयरों में गिरावट
ओला इलेक्ट्रिक के शेयर सोमवार को 90 रुपए के नीचे फिसल गया है। शेयर में गिरावट की वजह सोशल मीडिया पर ओला इलेक्ट्रिक के स्कूटर्स को लेकर लगातार आ रही शिकायतें भी हैं।
शुरुआती कारोबारी घंटे में शेयर ने करीब नौ प्रतिशत की गिरावट के साथ 89.55 का न्यूनतम स्तर छुआ। बाद में शेयर में हल्की रिकवरी देखने को मिली और यह देर सुबह 11:30 बजे 6.82 प्रतिशत की गिरावट के साथ 92.20 रुपए पर था।
76 रुपए के भाव से लिस्ट हुआ था शेयर
ओला इलेक्ट्रिक के शेयर 76 रुपए के भाव पर अगस्त में बाजार में लिस्ट हुए थे। लिस्टिंग के बाद शेयर में काफी तेजी देखने को मिली थी और कुछ हफ्तो में शेयर का भाव करीब दोगुना होकर 157.40 रुपए पर पहुंच गया था, जो कि इसका उच्चतम स्तर है। फिलहाल शेयर अपने उच्चतम स्तर से 42 से 43 प्रतिशत फिसल चुका है।
नकारात्मक खबरों के कारण कंपनी के शेयर में गिरावट
ओला के शेयर में गिरावट आने की वजह कंपनी के लिए लगातार नकारात्मक खबरों का आना है। सितंबर के बिक्री के आंकड़ों में कंपनी का मार्केट शेयर गिरकर 27 प्रतिशत हो गया है, जो कि पहले 30 प्रतिशत से अधिक था। कंपनी ने पिछले महीने 24,665 ईवी स्कूटर्स बेचे थे। अगस्त में यह आंकड़ा 27,587 यूनिट्स का था।
गिरावट के पीछे यह भी है एक कारण
ओला इलेक्ट्रिक के शेयर में गिरावट की एक वजह बाजार में प्रतिस्पर्धा का बढ़ना है। कई कंपनियां उसकी ईवी स्कूटर की सीरीज एस1 की कीमतों के आसपास ही नए ईवी स्कूटर लॉन्च कर रही हैं।
एक और रिपोर्ट में यह दावा है कि ओला इलेक्ट्रिक के मार्केट शेयर में कमी बजाज ऑटो और एथर एनर्जी जैसी कंपनियों के कारण हुई है।
हर महीने कंपनी को आती है 80 हजार शिकायतें-दावा
इसके अलावा सोशल मीडिया पर भी ग्राहकों की ओर से कंपनी के ईवी स्कूटर के लेकर असंतोष जताया जा रहा है। ग्राहक स्कूटर में हार्डवेयर, सॉफ्टवेयर में परेशानी का सामना कर रहे हैं। इन मुद्दों के कारण कंपनी के बाजार प्रभुत्व खतरे में पड़ रही हैं जिससे उसकी प्रतिष्ठा को नुकसान पहुंच रहा है।
कुछ रिपोर्ट्स के मुताबिक, कंपनी के पास ईवी स्कूटर्स को लेकर महीने में करीब 80 हजार शिकायतें आ रही हैं। ट्रेड एनालिस्ट के मुताबिक, फिलहाल कंपनी नुकसान में है और उच्च वैल्यूएशन पर ट्रेड कर रही है।
समाचार एजेंसी आईएएनएस के इनपुट के साथ