नागपुर: हाल ही में एक के बाद एक कई विमानों को बम से उड़ाने की फर्जी धमकी और विमानों पर बम होने की झूठी सूचना देकर भारतीय एयरलाइंस की सेवाओं में बाधा डालने और करोड़ों रुपए नुकसान करने के मामले में पुलिस ने 35 साल के एक लेखक को हिरासत में लिया है।
टाइम्स ऑफ इंडिया की एक रिपोर्ट के मुताबिक, फर्जी काल करके परेशान करने में लेखक का हाथ है। नागपुर पुलिस ने उसका नाम जगदीश श्रीराम उइके बताया है। लेखक ने कथित तौर पर भारतीय एयरलाइन्स की 100 से अधिक उड़ानों को बम से उड़ाने की झूठी धमकी दी थी।
आरोपी लेखक का दावा है कि वह आतंकवाद पर लिखी गई अपनी किताब के जरिए लोगों का ध्यान खींचना चाहता था। उसने केंद्रीय रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव, महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे और उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फड़नवीस समेत कई और नेताओं को धमकी दी है। दावा है कि इसने प्रधान मंत्री कार्यालय (पीएमओ) को भी धमकी दी है।
प्रचार पाने के लिए किया यह नाटक-नागपुर पुलिस
पूर्वी महाराष्ट्र के माओवाद प्रभावित गोंदिया जिले के अर्जुनी मोरगांव निवासी उइके ने केवल 11वीं कक्षा तक पढ़ाई की है। रिपोर्ट के अनुसार, लेखक ने “आतंकवाद-एक तूफानी राक्षस” नाम से एक किताब लिखी है जिसमें उसने आतंकवाद की सच्चाइयों को उजागर करने का दावा किया है।
हालांकि, पुलिस का मानना है कि उसकी मंशा असली आतंकवाद से संबंधित नहीं थी, बल्कि यह केवल एक प्रचार का स्टंट था। उसकी धमकियों में राजनीतिक हस्तियों और सरकारी अधिकारियों को भी निशाना बनाया गया था।
जगदीश ने जनवरी से लेकर कुछ दिनों पहले तक कई फर्जी ईमेल भेजे, जिसमें बम विस्फोट की धमकी दी गई थी। उसने एयर इंडिया, स्पाइसजेट और विस्तारा जैसी एयरलाइनों की उड़ानों को हाईजैक करने की भी धमकी दी थी।
उइके ने 354 से अधिक भेजे थे फर्जी ईमेल-दावा
इंडिया टुडे के अनुसार, उइके सुरक्षा खतरों के बारे में “महत्वपूर्ण जानकारी” देने के लिए अधिकारियों के साथ बैठकें करना चाहता था। इसके लिए उसने अनुरोध किया था। पुलिस ने उसकी गिरफ्तारी के बाद पता लगाया कि उइके ने 354 से अधिक फर्जी ईमेल भेजे थे। जांचकर्ताओं ने उसके ईमेल का आईपी पता ट्रैक किया, जिससे वह पकड़ में आया।
फिलहाल पुलिस उसकी डिजिटल गतिविधियों की जांच कर रही है। इसके अलावा पुलिस यह भी पता करने की कोशिश कर रही है कि उसका मानसिक दशा कैसी है। उइके इससे पहले भी अनुचित ईमेल भेजने के लिए जांच के दायरे में आ चुका है। उससे और पूछताछ करने के लिए उसकी रिमांड अवधि बढ़ाए जाने की संभावना है।