नई दिल्ली: इजराइल पर ईरान के हालिया हमले के कारण पश्चिम एशिया में बढ़ते तनाव पर भारत ने चिंता जाहिर की है। ईरान ने मंगलवार को इजराइल पर करीब 180 बैलिस्टिक मिसाइलें दागी है।
हालांकि कुछ मिसाइलों को इजराइल के एयर डिफेंस सिस्टम ने हवा में ही मार गिराया है। लेकिन कुछ मिसाइलों के मध्य और दक्षिणी इजराइल में गिरने का दावा किया गया है।
पश्चिम एशिया में बढ़ते तनाव पर बोलते हुए विदेश मंत्री एस जयशंकर ने एक बयान दिया है। वाशिंगटन में थिंक टैंक के साथ बातचीत के दौरान विदेश मंत्री ने कहा है कि इजराइल को आत्मरक्षा का अधिकार है लेकिन दूसरी ओर संघर्ष को और आगे बढ़ने से भी रोकना जरूरी है।
जयशंकर ने जोर दिया है कि दोनों पक्षों को “बातचीत और कूटनीति” के जरिए मुद्दे को हल करने की कोशिश करनी चाहिए। बातचीत में दोनों देशों के बीच जारी संघर्ष को कम करने को लेकर भी एक बयान दिया है और मामले में भारत की भूमिका को साफ किया है।
लेबनान, हूतियों और लाल सागर को लेकर भी है चिंतित
अमेरिका में अंतर्राष्ट्रीय शांति के लिए कार्नेगी एंडोमेंट सेंटर में बातचीत के दौरान विदेश मंत्री ने कहा है कि भारत जारी संघर्ष को देखते हुए इसके बढ़ने की उम्मीद से चिंतित है।
जयशंकर ने यह भी कहा है कि लेबनान में जो कुछ भी हुआ है, हम न केवल इसे लेकर चिंतित है बल्कि हम हूतों और लाल सागर में भी जो कुछ हुआ है, हमें उसे लेकर भी चिंता है।
विदेश मंत्री ने आगे कहा है कि भारत इजराइल के सात अक्टूबर की घटना को एक आतंकी घटना मानता है। उन्होंने यह भी कहा है कि इजराइल को इस घटना का जवाब भी देने का अधिकार है।
जयशंकर ने आगे कहा है कि किसी भी देश द्वारा किसी भी देश को दिए जानी वाली प्रतिक्रिया को अंजाम देने पर अंतरराष्ट्रीय मानवीय कानूनों को भी ध्यान में रखना चाहिए। विदेश मंत्री ने जोर देते हुए कहा है कि ऐसे देशों को नागरिक आबादी को होने वाले नुकसान या उसके प्रभाव को लेकर भी सावधान रहने की जरूरत है।
संघर्ष कम करने में भारत की भूमिका
इजराइल और ईरान के बीच जारी संघर्ष को कम करने में भारत की भूमिका पर भी जयशंकर ने बयान दिया है। उन्होंने कहा है कि इस तरह के कठिन हालात में संचार की महत्व को कम नहीं समझना चाहिए।
विदेश मंत्री ने आगे कहा है कि इस मामले में अगर कोई बाते कही जानी है या फिर उसे आगे बढ़ाई जानी है तो यह सभी ऐसे योगदान हैं जो हम कर सकते हैं और हम इसे करते भी आ रहे हैं।
#WATCH | EAM Dr S Jaishankar says, “… We regard October 7 as a terrorist attack. We understand that Israel needed to respond, but we also believe that any response by any country has to take into account international humanitarian law and that it must be careful about any… pic.twitter.com/inGpavn01Y
— ANI (@ANI) October 2, 2024
इजराइल ने ईरान को दी है धमकी
मंगलवार को ईरान के मिसाइल हमलों के कई वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे हैं। इन हमलों के जवाब में इजराइल का बयान भी सामने आया है। इजराईल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने मंगलवार की घटना का जिक्र करते हुए कहा है कि ईरान को इसकी भारी कीमत चुकानी पड़ेगी।