नई दिल्ली: सरकारी स्वामित्व वाली दूरसंचार कंपनी बीएसएनएल (BSNL) ने डी2डी नामक एक नई सेवा को जल्द ही शुरू करने का ऐलान किया है। हाल में खत्म हुए भारतीय मोबाइल कांग्रेस में बीएसएनएल ने इस सेवा की जानकारी दी है और वहां शामिल होने वाले लोगों को इसका ट्रायल भी करके दिखाया है।
बीएसएनएल की डी2डी एक ऐसी सेवा है जिसमें बिना किसी सिम कार्ड और टावर वाले नेटवर्क के कॉल और मैसेज किए जा सकते हैं। इस सेवा में आपका मोबाइल डिवाइस धरती से दूर सैटेलाइट से कनेक्ट करेगा जिससे आप दूसरों को कॉल और मैसेज कर पाएगें।
इसके लिए बीएसएनएल ने वायसैट के साथ साझेदारी की है। हालांकि रिलायंस जियो, एयरटेल और वोडाफोन-आइडिया भी सैटेलाइट कनेक्टिविटी सर्विस पर काम कर रही हैं लेकिन बीएसएनएल के लिए इस तरह की सेवा देना बड़ी बात जो अन्य ऑपरेटरों के मुकाबले देश में अभी तक 5जी सेवा भी शुरू नहीं कर पाई है।
भारतीय मोबाइल कांग्रेस में बीएसएनएल ने अपना नया लोगो और स्लोगन को भी लॉन्च किया है साथ में सात नए सेवाओं का भी ऐलान किया है।
डी2डी सेवा क्या है और कैसे करती है काम
बीएसएनएल की डायरेक्ट-टू-डिवाइस सर्विस एक ऐसी सेवा है जिसमें स्मार्टफोन, स्मार्टवॉच और अन्य गैजेट जैसे डिवाइसों को सैटेलाइट से कनेक्ट कर कॉल या मैसेज किया जा सकता है। इस सेवा में उपग्रह और स्थलीय मोबाइल नेटवर्क दोनों का इस्तेमाल किया जाएगा जिससे देश के दूरदराज के इलाकों में भी निरंतर कनेक्टिविटी संभव हो पाएगी।
यही नहीं प्राकृतिक आपदाओं या अन्य आपातकालीन स्थितियों में जब सामान्य टावर वाले नेटवर्क काम करना बंद कर देते हैं, इस समय यह सेवा काफी उपयोगी साबित हो सकती है।
इंडिया मोबाइल कांग्रेस के दौरान बीएसएनएल के अधिकारियों द्वारा इसका ट्रायल भी किया गया है। ट्रायल के दौरान बीएसएनएल ने गैर-स्थलीय नेटवर्क (एनटीएन) क्षमताओं वाले एक एंड्रॉयड स्मार्टफोन के जरिए 36 हजार किलोमीटर की दूरी पर मौजूद सैटेलाइट से दूसरे डिवाइस पर मैसेज भेजा गया है।
सैटेलाइट के जरिए मैसेजिंग की यह सुविधा कुछ आईफोन और फ्लैगशिप एंड्रॉइड डिवाइसों पर मिलने वाली सुविधा के सामान है। इन डिवाइसों में मिलने वाली यह सुविधा आपात स्थिति या फिर प्राकृतिक आपदाओं के दौरान इस्तेमाल किया जाता है जो इस तरह के हालात में काफी मददगार साबित होते हैं।
बीएसएनएल की डी2डी सेवा उन उपग्रहों से जुड़कर काम करती है जो अंतरिक्ष में बड़े सेल टावरों के रूप में काम करते हैं। इससे खराब या बिना सेलुलर नेटवर्क कवरेज वाले क्षेत्रों को भी जोड़ना आसान हो जाता है।
एलन मस्क की स्टारलिंक भी भारत में होने वाला है लॉन्च
इस सेवा के लॉन्च होने के बाद आम टावर वाले नेटवर्क के बजाय सैटेलाइट के जरिए कॉल और मैसेज की सुविधा भारत में भी जल्द ही देखने को मिल सकती है। इस तरह की सेवा पर पहले से काम करने वाली एयरटेल, जियो और वोडाफोन-आइडिया जैसे अन्य प्रमुख भारतीय टेलीकॉम ऑपरेटरों को एलन मस्क की स्टारलिंक से कड़ी प्रतिस्पर्धा मिलने वाली है।
मस्क की स्टारलिंक सैटेलाइट के जरिए पूरी दुनिया में इंटरनेट की सुविधा मुहैया करा रही है। ऐसे में मस्क इस सुविधा को भारत में भी लॉन्च करने वाले हैं जिससे इन टेलीकॉम ऑपरेटरों को कड़ा कॉम्पिटिशन मिल सकता है।