नई दिल्ली: भारतीय सेना जम्मू और कश्मीर में नियंत्रण रेखा के पास के गांवों को स्थानांतरित करने की योजना पर काम कर रही है। सेना के एक शीर्ष अधिकारी, लेफ्टिनेंट जनरल राजीव घई ने कहा कि लोगों की सुरक्षा के लिए ऐसा कदम उठाना जरूरी हो गया था।
जनरल राजीव घई ने बताया कि इस योजना का ब्लूप्रिंट तैयार हो चुका है, लेकिन इसे लागू करने के लिए सिविल एडमिनिस्ट्रेशन के सहयोग की जरूरत है। यह कदम इसलिए उठाया जा रहा है क्योंकि उन इलाकों में रह रहे लोगों की सुरक्षा हमारे लिए हमेशा चिंता का विषय रही है, खासकर सीमा पार से होने वाली गोलाबारी के समय।
प्रभावित लोगों के लिए उठाया जा रहा है कदम
लेफ्टिनेंट जनरल घई ने कहा है कि इन गांवों में रहने वाले लोग सामाजिक और आर्थिक रूप से भी प्रभावित होते हैं, इसलिए उन्हें सुरक्षित स्थानों पर ले जाना जरूरी है। जनरल घई ने यह भी बताया कि एक ठोस योजना पर काम चल रहा है और भविष्य में इसे लागू किया जाएगा।
मौजूदा दौर में नियंत्रण रेखा के पास रहने वाले लोगों की सुरक्षा पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है, क्योंकि वहां का भौगोलिक क्षेत्र विकास के लिए अनुकूल नहीं है। इसलिए, यह कदम लोगों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए जरूरी है।
सेना जल्द ही एन्क्रिप्टेड हैंडसेट्स को डिकोड करने में होगी सक्षम
जनरल घई ने यह भी बताया कि सेना जल्द ही आतंकवादियों द्वारा इस्तेमाल किए जा रहे एन्क्रिप्टेड हैंडसेट्स को डिकोड करने में सक्षम हो जाएगी। उन्होंने कहा कि सेना हर तकनीकी चुनौती से निपटने के लिए तैयार है और इस दिशा में तेजी से काम हो रहा है।
यह कदम आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में एक बड़ा बदलाव लाएगा और जम्मू-कश्मीर में शांति स्थापित करने में मदद करेगा। उन्होंने कहा कि सेना देश की सीमाओं को सुरक्षित बनाने के साथ ही यहां रह रहे लोगों को सुरक्षा का एहसास कराने पर भी काम कर रही है।
इजराइल-लेबनान संघर्ष के बारे में क्या कहा
जनरल घई ने दुनिया भर में हो रहे सैन्य विकासों पर भी चर्चा की है। इजराइल-लेबनान संघर्ष में इस्तेमाल किए गए पेजर के हथियारीकरण के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि भारतीय सेना हर नए सैन्य तरीके पर नजर रखती है और उससे सीखने की कोशिश करती है।
लेफ्टिनेंट जनरल राजीव घई ने कहा कि जो भी नई तकनीक या तरीका दुनिया में अपनाया जाता है, हम उसे ध्यान में रखते हैं और अपनी सेना को उसी के अनुसार तैयार करते हैं ताकि हम भी अपने बचाव को मजबूत कर सकें।