व्हाट्सऐप ने कहा है कि अगर उस एन्क्रिप्शन तोड़ने का दबाव बनाया गया तो वह भारत छोड़ देगा। कंपनी ने कोर्ट में यह बात कही है। आखिर ये पूरा मामला क्या है जिसे लेकर इतनी चर्चा चल रही है? गूगल जैसी बड़ी कंपनी भी जांच में सहयोग करती हैं। फिर व्हाट्सऐप की पैरेंट कंपनी मेटा को क्या समस्या है? क्या प्राइवेसी की आड़ में अपराधियों को बचाना कहीं से भी सही है?