NEET यूजी परीक्षा में पेपर लीक ने हमारे सिस्टम के भ्रष्टाचार को बेनकाब कर दिया है। इसमें रोज रोज हो रहे नए खुलासे ये बताने के लिए काफी हैं कि कैसे शिक्षा व्यवस्था चौपट हो चुकी है।
ये खुलासे ये भी बता रहे हैं कि ये पेपर लीक किसी इक्का दुक्का दलाल के वश की बात नहीं है। इसमें पूरी एक चौकड़ी लगी है। इस चौकड़ी में वो पेपर माफिया हैं जो पर्चा लीक करा देते हैं। वो एग्जाम सेंटर हैं, जहां धांधली को खुलेआम संरक्षण मिलता है।
वो एनटीए है जो एग्जाम कराता है लेकिन करता कुछ नहीं और उसकी नाक के नीचे से मेडिकल में दाखिला लेने वाले पेपर लीक हो जाते हैं। और हां, माननीय शिक्षा मंत्री भी हैं जो पहले तो सबको हड़का रहे थे कि कोई पेपर लीक हुआ ही नहीं।
सोचिए वाकई इस देश का भविष्य क्या होगा। इस बार जिन 24 लाख छात्रों ने नीट-यूजी की परीक्षा दी थी, उनमें से जिन बच्चों से सही तरीके से पढ़ाई की होगी, कठिन परिश्रम किया होगा, उन छात्रों पर आज क्या बीत रही होगी।
उन लाखों अपने बच्चों के अरमानों को पूरा करने के लिए लाखों माता पिता ने अपनी खुशियां कुर्बान की होंगी। हो सकता है कि नीट पेपर रद्द भी हो जाए। लेकिन इससे क्या होगा।
क्या डॉक्टर बनने के लिए होने वाली प्रतियोगी परीक्षा में कोई बीस का पहाड़ा रटना है कि जितनी बार बोलो, आदमी सही ही बोलेगा। ऐसा नहीं होता तो जरुरी है कि उन लोगों को बेनकाब किया जाए जो छात्रों के भविष्य के साथ खिलवाड़ कर रह हैं। बोले भारत के इस वीडियो में आज हम एक एक कर इन सब पर बात करेंगे।