प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 1971 के भारत पाकिस्तान युद्ध को 2024 के चुनावी जंग में खींच लाये हैं। पंजाब में चुनाव प्रचार के दौरान उन्होंने कहा कि कांग्रेस की गलतियों की वजह से आज करतारपुर साहिब का दर्शन दूरबीन से करना पड़ता है। नाम भले नहीं लिया लेकिन इशारा इंदिरा गांधी की तरफ था। प्रधानमंत्री ने ये भी दावा किया कि अगर वो 1971 में प्रधानमंत्री होते तो करतारपुर साहिब को वापस ले लिए होते। आखिर मोदी के इस बयान के क्या मायने हैं और पंजाब के लोगों के लिए करतारपुर का महत्व क्या है? इस वीडियो में इस मसले पर चर्चा की गई है।
करतारपुर साहिब पर ये कैसी सियासत? मोदी ने क्यों कहा 1971 में होते तो इतिहास और होता?
प्रधानमंत्री ने ये भी दावा किया कि अगर वो 1971 में प्रधानमंत्री होते तो करतारपुर साहिब को वापस ले लिए होते।
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