तेज प्रताप का सियासी करियर साल 2015 में शुरु हुआ है वह पहली बार विधायक बनने के बाद ही स्वास्थ्य मंत्री बनाए गए। हालांकि पार्टी में उन्हें वह ओहदा नहीं मिला जैसा तेजस्वी का रहा। इसी वजह से उनकी कई वरिष्ठ नेताओं के साथ भी ठनी रही। इनमें राजद प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह, शिवानंद तिवारी और रघुवंश बाबू का नाम शामिल है। आकाश यादव को स्टूडेंट विंग का प्रदेश अध्यक्ष बनाने के बाद प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद से भिड़ गए थे। मामले में बीचबचाव के लिए लालू यादव को आना पड़ा था।