ये कहानी सिर्फ सेवा की नहीं, इंसानियत की सच्ची मिसाल भी है।
पद्मश्री जितेंद्र सिंह शंटी – एक ऐसा नाम जो सेवा, मानवता और साहस की मिसाल बन चुका है। इस वीडियो में आप जानेंगे उस शख्स की कहानी जिसने कोविड-19 महामारी के दौरान 4500 से अधिक लावारिस शवों का अंतिम संस्कार किया, जब लोग अपनों को छूने से भी डर रहे थे।