नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को लेकर मुसलमानों के मन में क्या है। क्या वाकई मुसलमान प्रधानमंत्री में एक रिफॉर्मर को देखते हैं। क्या प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की मुस्लिम देशों की यात्रा में वहां के ऐतिहासिक मस्जिदों में जाना भारत के मुसलमानों के लिए कोई पैगाम होता है।
कहा जा रहा है कि विदेशी मस्जिदों के भ्रमण और मुस्लिम देशों से मिले सर्वोच्च सम्मान के बावजूद भारत में मुसलमानों में प्रधानमंत्री मोदी की लोकप्रियता बहुत ज्यादा बढ नहीं पाई।
एक तरह से देखें तो भारतीय मुसलमानों में मोदी की स्वीकार्यता पर आज भी एक बड़ा प्रश्नवाचक चिह्न है जबकि प्रधानमंत्री बनने से पहले से ही मोदी ने मुस्लिम भावनाओं से खुद को जोड़ने का प्रयास शुरु कर दिया था।
मुस्लिम समाज से खुद को कनेक्ट करने की ये कोशिशें क्या वाकई उनके प्रति मुसलमानों की धारणा को बदल पाई है…बोले भारत के इस वीडियो में आज विश्लेषण इसी मुद्दे का होगा।