क्या ममता बनर्जी (दीदी) हर बात में राजनीति करती हैं। क्या नीति आयोग की बैठक में माइक बंद किए जाने का उनका आरोप सही है या वो वाकई झूठ बोल रही हैं जैसा वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण का कहना है। क्या बीजेपी के खिलाफ विपक्ष का मुख्य चेहरा बनने की ममता की ये कोई रणनीति है जिसके तहत उन्होंने स्पीकर से अपने लिए इंडिया ब्लॉक के दूसरे दलों से अलग बैठने की सीटें मांगी है।
यानी ममता केंद्रीय राजनीति में पक्ष और विपक्ष के बीच एक तीसरे पक्ष में रूप में अपने 29 लोकसभा सांसदों के साथ दिखना चाहती हैं और अपनी धमक दिखाना चाहती हैं। हिंदी के शिखर कवि गजानन माधव मुक्तिबोध अक्सर अपने तेवर को इस डायलॉग के रूप में उछालते थे कि पार्टनर तुम्हारी पॉलिटिक्स क्या है। यही सवाल आज पश्चिम बंगाल की फायर ब्रांड नेता ममता बनर्जी के सामने है कि दीदी, तुम्हारी पॉलिटिक्स क्या है।