राहुल गांधी वायनाड की सीट छोड़ेंगे और उनकी जगह प्रियंका गांधी वाड्रा चुनाव लड़ेंगी। कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने बाकायदा प्रेस कॉन्फ्रेंस करके इसका एलान किया।ये कांग्रेस के वंशवाद का एक चरम प्रतीक है। वायनाड की वस्तुस्थिति देखकर ये उम्मीद लगाई जा रही है कि कांग्रेस वहां से जरूर जीत जाएगी। इसके साथ संसद में नेहरू गांधी परिवार की भागीदारी बढ़ जाएगी। अगर वायनाड से प्रियंका गांधी जीत जाती हैं तो लोकसभा में राहुल और प्रियंका यानी भाई बहन होंगे और राज्यसभा में सोनिया गांधी यानी माताजी होंगी। तो बात ये है कि पूरा नेहरू गांधी परिवार तो संसद में चला जाएगा लेकिन लोकतंत्र सिमट जाएगा क्योंकि एक ही परिवार के लोगों को जब जगह ज्यादा मिलती है तो दूसरों के लिए रास्ते बंद होते हैं। देखिए ये विश्लेषणः
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