दिल्ली विधानसभा चुनाव 2025 में अपराधी पृष्ठभूमि वाले उम्मीदवारों की संख्या चौंकाने वाली है! एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्स (ADR) की रिपोर्ट के मुताबिक, 699 में से 132 उम्मीदवारों ने अपने खिलाफ आपराधिक मामलों का खुलासा किया है, जिनमें से 81 के खिलाफ गंभीर मामले दर्ज हैं।

केन्द्र शासित प्रदेश दिल्ली की 70 सदस्यी विधानसभा के लिए सत्ताधारी आम आदमी पार्टी, मुख्य विपक्षी दल भारतीय जनता पार्टी और कांग्रेस के बीच सीधा मुकाबला है। इनके अलावा असदुद्दीन ओवैसी की एआईएमआईएम ने भी मुस्लिम बहुल इलाकों में उम्मीदवार उतारे हैं।

दिल्ली का चुनावी इतिहास

आम आदमी पार्टी ने 2020 के विधानसभा चुनाव में 62 सीटों पर जीत हासिल की थी और 2015 के चुनाव में 67 सीटों पर जीत हासिल की थी। आम आदमी पार्टी ने पहला चुनाव 2013 में लड़ा था और अपने पहले ही चुनाव में 28 सीटें पर जीत हासिल की थी और कांग्रेस के समर्थन से दिल्ली में पहली बार सरकार बनायी थी।

आम आदमी पार्टी के संयोजक अरविंद केजरीवाल दिल्ली के नए मुख्यमंत्री बने थे। अरविंद केजरीवाल 2015 और 2020 में भी दिल्ली के मुख्यमंत्री बने थे मगर 2025 के चुनाव से कुछ महीने पहले उन्होंने मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देकर आतिशी सिंह को नया मुख्यमंत्री बनने की राह प्रशस्त कर दी। 

तत्कालीन मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को शराब घोटाले से जुड़े आरोपों में जेल भी जाना पड़ा था। इस समय वे जमानत पर रिहा हैं।