चेन्नईः तमिलनाडु और पांडिचेरी में अगले 24 घंटे तक भारी बारिश की संभावना है। क्षेत्रीय मौसम विभाग ने इसको लेकर चेतावनी जारी की है। मौसम विभाग ने इसकी वजह बंगाल की खाड़ी में बना दबाव को बताया है। मौसम विभाग के मुताबिक, रविवार को यह और भी ज्यादा गहरा गया है और 10 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से आगे बढ़ रहा है।
केंद्र सरकार की ओर से जारी किए गए बुलेटिन में कहा गया है कि अगले 24 घंटे में इसके पश्चिम-उत्तर पश्चिम की ओर बढ़ने तथा दक्षिण-पश्चिम और उससे सटे पश्चिम-मध्य बंगाल की खाड़ी के ऊपर एक ‘चक्रवाती तूफान’ में तब्दील होने की संभावना है।
गंभीर चक्रवाती तूफान में तब्दील होने की आशंका
इसमें आगे यह भी कहा गया है कि इस प्रणाली के 28 अक्टूबर तक एक गंभीर चक्रवाती तूफान में तब्दील होने की संभावना है और 28 अक्टूबर को काकानीडा के आसपास मछलीपट्टनम और कलिंगपट्टनम के बीच आंध्र प्रदेश के तट को पार करने की संभावना है।
इस बुलेटिन में आगे कहा गया कि दक्षिण-पूर्व बंगाल की खाड़ी के ऊपर बना दबाव क्षेत्र 10 किलोमीटर प्रति घंटे की गति से पश्चिम-उत्तर पश्चिम की ओर बढ़ गया है। यह 26 अक्टूबर (रविवार) को एक गहरे दबाव क्षेत्र में तब्दील हो गया है तथा पोर्ट ब्लेयर से लगभग 610 किलोमीटर पश्चिम, चेन्नई से 790 किलोमीटर पूर्व-दक्षिण पूर्व, विशाखापत्तनम से 850 किमी दक्षिण-दक्षिण पूर्व, काकीनाडा से 840 किमी दक्षिण पूर्व तथा गोपालपुर ओडिशा से 950 किमी दक्षिण पूर्व में केंद्रित है।
यह भी पढ़ें – महाराष्ट्रः आत्महत्या करने वाली डॉक्टर से रेप का आरोपी पुलिसकर्मी गिरफ्तार
दबाव को देखते हुए क्षेत्रीय मौसम विभाग ने कहा कि अगले 24 घंटों में तिरुवल्लूर, चेन्नई, रानीपेट, कांचीपुरम, चेंगलपट्टू, विल्लुपुरम और पांडिचेरी में अलग-अलग स्थानों पर भारी बारिश की संभावना है।
तमिलनाडु, पांडिचेरी में बिजली गिरने की संभावना
तमिलनाडु, पांडिचेरी और कराईकल क्षेत्र में एक-दो स्थानों पर गरज के साथ बारिश और बिजली गिरने की संभावना है।
भारी बारिश की आशंकाओं को देखते हुए मौसम विभाग ने बताया कि बीते 24 घंटे में तिरुनेलवेली के नालुमुक्कू में सबसे ज्यादा 13 सेमी और ओथु में 12 सेमी की बारिश दर्ज की गई। वहीं, चेन्नई के नेरकुंड्रम में सबसे कम 1 सेमी की बारिश दर्ज की गई।
वहीं, मछुआरों के लिए भी सलाह दी गई है। मछुआरों को कहा गया है कि 26 से 28 अक्टूबर के बीच समुद्र में न जाएं तथा जो मछुआरे गहरे समुद्र में हैं, उन्हें लौटने की सलाह दी गई है।
यह भी पढ़ें – आंध्र प्रदेशः बस में आग लगने की वजह बैटरियां थीं, स्मार्टफोन से हुआ और घातक, जांच में हुआ खुलासा
चेन्नई और इसके आसपास के जिलों में मध्यम से भारी बारिश की संभावना बताई गई है। वहीं, कुछ क्षेत्रों में आंधी और बिजली गिरने की संभावना भी जताई गई है।
गौरतलब है कि इस मानसूनी सीजन में सामान्य से अधिक वर्षा हुई है। पहाड़ी इलाकों से लेकर मैदानी इलाकों तक भारी वर्षा हुई है। कई राज्यों में बारिश ने दशकों पुराना रिकॉर्ड तोड़ दिया है।
पंजाब और पश्चिम बंगाल में कई दशकों बाद रिकॉर्ड बारिश हुई जिससे भारी पैमाने पर फसल बर्बाद हुई और जानमाल का नुकसान हुआ।

