तमिलनाडु के कई जिलों में मूसलाधार बारिश ने तबाही मचा दी है। थेनी जिले में उफनती मुल्लापेरियार नदी ने कई गांवों को जलमग्न कर दिया, जबकि नीलगिरी पहाड़ी रेलवे की सभी ट्रेन सेवाएं भूस्खलन के कारण रद्द कर दी गई हैं। मौसम विभाग ने बंगाल की खाड़ी में बन रहे कम दबाव के क्षेत्र के गहरे दबाव में बदलने की चेतावनी दी है, जिससे राज्य के तटीय इलाकों में सतर्कता बढ़ा दी गई है।
रविवार सुबह मुल्लापेरियार नदी का तटबंध टूट गया। इसकी वजह से उथमपलायम, वीरापंडी, उप्पुकोट्टई और पलानीचेट्टीपट्टी के निचले इलाकों में बाढ़ आ गई। जलस्तर तेजी से बढ़ने के कारण घर, खेत और सड़कें पानी में डूब गईं। 200 एकड़ से ज्यादा धान, केला, नारियल और मक्के की फसलें बर्बाद हो गईं। समाचार एजेंसी आईएएनएस से बात करते हुए एक किसान आर. रमण, ने अपने जलमग्न खेतों को देखते हुए कहा, “हम अगले हफ्ते कटाई की तैयारी कर रहे थे, लेकिन सब कुछ बर्बाद हो गया।”

बाढ़ की पानी में डूबे कई घर
बाढ़ का पानी कई गांवों के घरों में घुस गया। स्थानीय निवासी उथमपलायम की मालती ने कहा, “यह बहुत भयावह है, खासकर बच्चों वाले परिवारों के लिए। हम बिना डर के बाहर नहीं निकल सकते।” पलानीचेट्टीपलायम के पास अंजनेया नगर में कई घर डूब गए, जिसके बाद अग्निशमन और बचाव कर्मियों ने नावों और जेसीबी मशीनों की मदद से रातभर राहत अभियान चलाया।
स्थानीय लोगों ने प्रशासन की तैयारियों पर सवाल उठाए हैं। उनका कहना है कि अगर जलस्तर बढ़ने पर पहले ही चेतावनी दी जाती, तो नुकसान कम हो सकता था। थेनी जिला प्रशासन ने बताया कि राहत कार्य जारी हैं और स्कूलों व सामुदायिक भवनों में अस्थायी शिविर बनाए गए हैं।
तमिलनाडु में भूस्खलन से कई ट्रेनें रद्द
इस बीच, नीलगिरी पर्वतीय रेलवे (NMR) पर कल्लार और कुनूर के बीच भूस्खलन और पेड़ों के गिरने से ट्रैक बाधित हो गए, जिसके चलते सभी ट्रेन सेवाएं रद्द कर दी गईं। साउदर्न रेलवे ने मेट्टुपालयम–ऊटी के बीच चलने वाली नियमित और विशेष सभी ट्रेनों को निरस्त करने की घोषणा की है।
मौसम विभाग (आईएमडी) ने चेतावनी दी है कि बंगाल की खाड़ी में विकसित हो रहा कम दबाव क्षेत्र पश्चिम-उत्तर पश्चिम की ओर बढ़ते हुए गंभीर दबाव में बदल सकता है। तटीय जिलों कडलूर, नागपट्टिनम, तिरुवरूर, पुडुचेरी और कराईकल में मछुआरों को समुद्र में न जाने की सलाह दी गई है। जो नावें गहरे समुद्र में हैं, उन्हें तत्काल वापस लौटने को कहा गया है।
तूफान की भी संभावना
थूथुकुडी, मदुरै, कोयंबटूर, चेंगलपट्टू और कांचीपुरम जिलों में भी तेज बारिश के साथ आंधी-तूफान की संभावना जताई गई है। थूथुकुडी में जलभराव के कारण प्रशासन ने स्कूलों में छुट्टी की घोषणा की है।
भारी बारिश और लगातार भूस्खलन से तमिलनाडु में परिवहन, खेती और जनजीवन बुरी तरह प्रभावित हुआ है। मौसम विभाग ने अगले 48 घंटों तक सतर्कता बरतने और निचले इलाकों में रहने वाले लोगों को सुरक्षित स्थानों पर जाने की सलाह दी है।
केरल में भारी बारिश से तबाही, 5 जिलों में ऑरेंज अलर्ट
तमिलनाडु ही नहीं केरल में भी भारी बारिश की वजह से हालात खराब हैं। पूर्वोत्तर मानसून की शुरुआत के साथ ही यहां लगातार बारिश से बाढ़ और भूस्खलन की स्थिति बन गई है। आईएमडी ने इडुक्की, मलप्पुरम, कोझिकोड, कन्नूर और कासरगोड जिलों के लिए ऑरेंज अलर्ट और अन्य ज्यादातर जिलों के लिए येलो अलर्ट जारी किया है। अरब सागर में बने निम्न दबाव क्षेत्र के कारण बुधवार तक भारी बारिश की संभावना जताई गई है।
उधर, इडुक्की जिले के कुमिली में भूस्खलन के बाद एक व्यक्ति की मौत हो गई, जबकि कई सड़कें और घर पानी में डूब गए। मुल्लापेरियार बांध के 13 स्पिलवे शटर खोलने से नदियां उफान पर हैं। मलप्पुरम और कोझिकोड में सैकड़ों घर जलमग्न हो गए और यातायात प्रभावित हुआ। कोच्चि में रातभर हुई बारिश से रेलवे स्टेशन के आसपास जलभराव हुआ, हालांकि सुबह तक स्थिति सामान्य होने लगी। प्रशासन ने नागरिकों से सतर्क रहने और पहाड़ी इलाकों में यात्रा से बचने की अपील की है।