नई दिल्लीः चैंपियंस ट्रॉफी 2025 के फाइनल में भारत ने न्यूजीलैंड को 4 विकेट से हराकर अपना तीसरा चैंपियंस ट्रॉफी खिताब जीत लिया। लेकिन समापन समारोह के दौरान एक चौंकाने वाली बात यह रही कि पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (PCB) का कोई भी अधिकारी मंच पर नजर नहीं आया।
टूर्नामेंट का मेजबान पाकिस्तान था, लेकिन जब खिलाड़ियों को मेडल और जैकेट प्रदान किए जा रहे थे, तब मंच पर सिर्फ बीसीसीआई अध्यक्ष रोजर बिन्नी, सचिव देवाजीत साकिया और आईसीसी अध्यक्ष जय शाह मौजूद थे। जय शाह ने ही रोहित शर्मा को ट्रॉफी सौंपी।
पीसीबी अधिकारियों की इस गैरमौजूदगी को लेकर काफी आलोचना हुई। पूर्व पाकिस्तानी क्रिकेटर शोएब अख्तर ने भी इस पर सवाल उठाते हुए कहा कि पीसीबी के किसी प्रतिनिधि का न होना समझ से परे है। अब इस पूरे मामले पर आईसीसी प्रवक्ता ने सफाई दी है और बताया कि पीसीबी के अधिकारी समारोह में क्यों शामिल नहीं हुए।
PCB चेयरमैन की गैरमौजूदगी की वजह
इंडिया टुडे ने आईसीसी प्रवक्ता के हवाले से अपनी एक रिपोर्ट में लिखा, पीसीबी चेयरमैन मोहसिन नकवी इस इवेंट में शामिल नहीं हो सके क्योंकि उन्होंने दुबई की यात्रा नहीं की। इसके अलावा, आईसीसी के नियमों के अनुसार, केवल पीसीबी के अधिकारी ही समापन समारोह में ट्रॉफी देने के लिए बुलाए जा सकते थे, और दुबई में पीसीबी का कोई भी उच्चाधिकारी मौजूद नहीं था।
आईसीसी प्रवक्ता ने कहा: "मोहसिन नकवी उपलब्ध नहीं थे और उन्होंने यात्रा नहीं की। समझौते के अनुसार, केवल पदाधिकारी ही ट्रॉफी प्रस्तुति के लिए बुलाए जा सकते थे, और पीसीबी की ओर से कोई भी पदाधिकारी मौजूद नहीं था। लेकिन वे मेजबान थे, इसलिए उन्हें वहां होना चाहिए था।"
पीसीबी CEO थे मौजूद, लेकिन उन्हें बुलाया नहीं गया?
वहीं, समचारा पीटीआई की रिपोर्ट के अनुसार, पीसीबी के मुख्य कार्यकारी अधिकारी (CEO) सुमेर अहमद समापन समारोह में मौजूद थे, लेकिन उन्हें मंच पर बुलाया ही नहीं गया। गौरतलब बात है कि सुमेर इस टूर्नामेंट के निदेशक भी थे।
रिपोर्ट में कहा गया है कि यह आईसीसी और पीसीबी अधिकारियों के बीच संचार में गड़बड़ी के कारण हुआ, जिसकी वजह से पीसीबी सीईओ को मंच पर नहीं बुलाया गया।
पीटीआई के मुताबिक, पीसीबी चेयरमैन मोहसिन नकवी दुबई नहीं गए क्योंकि वह गृह मंत्री (फेडरल मिनिस्टर फॉर इंटीरियर) के तौर पर अपनी अन्य जिम्मेदारियों में व्यस्त थे। लेकिन पीसीबी सीईओ सुमेर को पाकिस्तान का प्रतिनिधित्व करने के लिए भेजा गया था।
रिपोर्ट में आगे कहा गया है कि पीसीबी इस मुद्दे को आईसीसी के सामने उठाने की योजना बना रहा है और यह पूछेगा कि आखिर उनके सीईओ को समापन समारोह में क्यों नहीं बुलाया गया।
बता दें कि 1996 वर्ल्ड कप के बाद पाकिस्तान में यह पहला बड़ा आईसीसी टूर्नामेंट था। ऐसे में पीसीबी के किसी भी अधिकारी का समापन समारोह में न दिखना एक बड़ी अनदेखी माना जा रहा है।