रविचंद्रन अश्विन का इंटरनेशनल क्रिकेट से संन्यास का ऐलान...दमदार रहा 14 साल का सफर, आंकड़े दे रहे गवाही

अश्विन ने 14 साल के इंटरनेशनल करियर में भारत के लिए कुल 106 टेस्ट मैच खेले, जिसमें उन्होंने 24 की औसत से 537 विकेट लिए।

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Ravichandran Ashwin retirement from international cricket (Photo- IANS)

रविचंद्रन अश्विन का इंटरनेशनल क्रिकेट से संन्यास का ऐलान (फाइल फोटो- IANS)

ब्रिस्बेन: भारतीय ऑफ स्पिनर रविचंद्रन अश्विन ने अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास लेने की घोषणा बुधवार को कर दी। भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच ब्रिस्बेन में टेस्ट सीरीज के तीसरे मैच के ड्रॉ पर खत्म होने के बाद अश्विन ने संन्यास का ऐलान किया। इस मैच में अश्विन भारत की प्लेइंग-11 का हिस्सा नहीं थे। इस तरह एडिलेड में खेला गया डे-नाईट टेस्ट मैच उनका आखिरी टेस्ट मैच रहा। संन्यास के ऐलान के समय 38 वर्षीय अश्विन गेंदबाजों और ऑलराउंडरों की आईसीसी टेस्ट रैंकिंग में क्रमशः पांचवें और तीसरे स्थान पर हैं।

टेस्ट में दूसरे सबसे ज्यादा विकेट लेने वाले भारतीय गेंदबाज

अश्विन टेस्ट क्रिकेट में अनिल कुंबले के बाद भारत के दूसरे सबसे अधिक विकेट लेने वाले गेंदबाज़ के तौर पर भी संन्यास ले रहे हैं। उन्होंने 14 साल के इंटरनेशनल करियर में भारत के लिए कुल 106 टेस्ट मैच खेले, जिसमें उन्होंने 24 की औसत से 537 विकेट लिए।

अश्विन ने अभी जारी बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी के दौरान भारत के पहले तीन टेस्ट मैचों में से सिर्फ एक ही टेस्ट (डे-नाइट टेस्ट) खेला, जिसमें उन्होंने 53 रन देकर एक विकेट लिया था। इससे पहले अश्विन भारत और न्यूजीलैंड के बीच हुई टेस्ट सीरीज़ का हिस्सा थे, जहां भारत को 0-3 से शिकस्त झेलनी पड़ी थी। उस सीरीज में अश्विन का प्रदर्शन काफी ख़राब रहा था। उन्होंने तीन टेस्ट मैचों में 41.2 की औसत से सिर्फ नौ विकेट लिए थे।

अश्विन ने संन्यास का ऐलान करते हुए क्या कहा?

ब्रिस्बेन टेस्ट के बाद अश्विन प्रेस कॉन्फ्रेंस में कप्तान रोहित शर्मा के साथ पहुंचे। उन्होंने कहा, 'अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर सभी प्रारूपों में एक भारतीय क्रिकेटर के रूप में यह मेरा आखिरी दिन है। एक क्रिकेटर के रूप में शायद मुझमें कुछ क्रिकेट अभी बाकी है, लेकिन अब शायद इसका मैं क्रिकेट क्लबों में प्रदर्शन करूंगा, लेकिन यह आखिरी दिन है।'

अश्विन ने आगे कहा, 'मुझे कहना होगा कि मैंने रोहित और अपने कई अन्य साथियों के साथ बहुत सारी यादें बनाई हैं। जाहिर है, धन्यवाद देने के लिए बहुत सारे लोग हैं, लेकिन अगर मैंने बीसीसीआई और साथी साथियों को धन्यवाद नहीं दिया तो मैं अपने कर्तव्यों में असफल नजर आउंगा। मैं उनमें से कुछ का नाम लेना चाहता हूं। इनमें वे सभी कोच भी हैं, जो इस यात्रा का हिस्सा रहे हैं।'

अश्विन ने कहा, 'सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि रोहित, विराट (कोहली), अजिंक्य (रहाणे), (चेतेश्वर) पुजारा, जिन्होंने पिछले कुछ वर्षों में विकेट के पीछे कई कैच लपके हैं, जिससे मेरे इतने विकेट हुए। साथ ही ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेट टीम को भी बहुत धन्यवाद, जो बहुत ही प्रतिस्पर्धी रहे हैं। मैंने उनके खिलाफ खेलने का आनंद उठाया है।'

भारतीय क्रिकेट टीम के कोच गौतम गंभीर ने भी अश्विन के संन्यास पर प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर पोस्ट कर कहा, 'एक युवा गेंदबाज़ को आधुनिक क्रिकेट का लीजेंड बनते हुए देखना हमारा सौभाग्य रहा है। मैं जानता हूँ कि आने वाली गेंदबाजों की पीढ़ियां ये कहेंगी कि मैं अश्विन की वजह से गेंदबाज बना। तुम्हारी कमी महसूस होगी भाई!'

अश्विन के नाम ये दिलचस्प रिकॉर्ड भी हैं

अश्विन ने टेस्ट मैचों में 37 बार पांच विकेट लिए हैं। इसमें उनका पदार्पण मैच भी शामिल है। इस तरह सबसे ज्यादा बार टेस्ट मैचों में पांच विकेट लेने के मामले में वे ऑस्ट्रेलियाई दिग्गज शेन वार्न के साथ संयुक्त रूप से दूसरे स्थान पर हैं। इन दोनों से आगे श्रीलंका के मुथैया मुरलीधरन हैं, जिनके नाम 67 बार टेस्ट मैचों में पांच विकेट लेने का रिकॉर्ड है।

संन्यास के समय अश्विन के पास टेस्ट क्रिकेट में अभी सबसे अधिक बार बाएं हाथ के बल्लेबाजों को आउट करने का रिकॉर्ड है। उन्हें 268 बार लेफ्ट हैंड बैट्समैन को आउट किया है। निचले क्रम पर खेलते हुए वे कई बार भारत के लिए उपयोगी बल्लेबाज भी साबित हुए हैं। उनके नाम टेस्ट क्रिकेट में 3503 रन हैं। इसमें छह शतक और 14 अर्द्धशतक शामिल हैं।

2011 में पहली बार वेस्टइंडीज के खिलाफ टेस्ट में भारत के लिए डेब्यू करने वाले अश्विन 3000 से अधिक टेस्ट रन और 500 से ज्यादा विकेट के साथ संन्यास लेने वाले केवल तीन टेस्ट ऑलराउंडरों में से एक हैं। उन्होंने 11 बार मैन ऑफ द सीरीज का पुरस्कार जीता। इस तरह से यह मुरलीधरन के साथ संयुक्त रूप से सर्वोच्च बार मैन ऑफ द सीरीज जीतने का रिकॉर्ड है। इसमें हर बार भारत ने जीत हासिल की।

अश्विन: अर्जुन अवॉर्ड से सम्मानित

अगर अश्विन के वनडे करियर की बात करें तो उनके नाम 116 मैचों में 33 की औसत और 4.93 की इकॉनमी से 156 विकेट हैं, जिसमें उनका सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन 4/25 रहा है। उन्होंने वनडे में एक अर्धशतक की मदद से 707 रन बनाए हैं जबकि टी20 में उन्होंने 65 मैचों में 6.90 की इकॉनमी और 23 की औसत से 72 विकेट लिए हैं, जिसमें उनका सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन 4/8 का रहा है।

अश्विन को 2015 में भारत सरकार द्वारा प्रतिष्ठित अर्जुन पुरस्कार से सम्मानित किया गया था। उन्हें 2016 में आईसीसी पुरुष क्रिकेटर ऑफ द ईयर अवॉर्ड के साथ-साथ पुरुष टेस्ट क्रिकेटर ऑफ द ईयर अवॉर्ड से भी नवाजा गया था। उनका नाम 2011-20 के दशक की ICC टेस्ट टीम में भी चुना गया था।

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