चेन्नईः भारत के पूर्व दिग्गज स्पिनर आर.अश्विन ने अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट काउंसिल यानी आईसीसी पर गंभीर आरोप लगाए हैं। अश्विन ने आईसीसी द्वारा वनडे क्रिकेट में नए नियमों के बारे में यह आरोप लगाए हैं। उन्होंने कहा कि सर्कल के अंदर पांच क्षेत्ररक्षक रखने और दो गेंद का इस्तेमाल भारतीय स्पिन के प्रभुत्व को खत्म करने के लिए लाया गया था।
अश्विन ने ये आरोप अपने यूट्यूब चैनल 'ऐश की बात' के एक वीडियो में लगाए हैं। यह वीडियो चैंपियंस ट्रॉफी में अफगानिस्तान और इंग्लैंड के बीच हुए मैच पर बनाया गया है। गौरतलब है कि चैंपियंस ट्रॉफी के इस मुकाबले में अफगानिस्तान ने इंग्लैंड को आठ रनों से हराकर ऐतिहासिक जीत दर्ज की थी।
वनडे क्रिकेट में संतुलन की वकालत
अश्विन ने इस वीडियो में वनडे क्रिकेट में गेंद और बल्ले के बीच संतुलन बनाने की वकालत भी की। इसके लिए अश्विन ने सर्कल के अंदर अतिरिक्त फील्डर और दूसरी गेंद के इस्तेमाल को खत्म करने की भी वकालत की थी।
उन्होंने यह भी बताया कि चैंपियंस ट्रॉफी के मुकाबले चैंपियंस ट्रॉफी के मुकाबले कितने नीरस रहे हैं? अश्विन ने कहा कि मैं अफगानिस्तान और इंग्लैंड के मैच से पहले वनडे क्रिकेट के भविष्य के बारे में सोच रहा था।
अश्विन ने आगे कहा कि टी20 क्रिकेट में बहुत भीड़ होती है क्योंकि यह मैच चार घंटे में हो जाता है। उन्होंने यह भी कहा कि अफगानिस्तान जैसी टीमों की प्रथम श्रेणी संरचना में सुधार के बाद टेस्ट क्रिकेट और भी उत्कृष्ट हो जाएगा।
अश्विन ने आगे कहा कि मेरी राय में वनडे में नए नियम भारत की स्पिन की बढ़त को खत्म करने के लिए ही लाए गए हैं। अश्विन ने इस बात की भी टिप्पणी की है कि कैसे दो गेंदों ने खेल से रिवर्स स्विंग को खत्म कर दिया है।
भारत के स्पिन प्रभुत्व को खत्म करने के लिए लाया गया था
अश्विन ने कहा " वनडे में कोई मुकाबला नहीं है। 2013-14 तक वनडे क्रिकेट एक गेंद से खेला जाता था। 2015 से पहले सर्कल के अंदर पांच फील्डर को रखने का नियम लाया गया था और दो गेंदों का इस्तेमाल भी शुरू हुआ था। मुझे लगता है कि यह भारत के स्पिन प्रभुत्व को खत्म करने के लिए लाया गया था। यह सिर्फ मेरा मानना है।"
मुझे लगता है कि इसका खेल पर व्यापक असर पड़ रहा है। उन्होंने कहा कि खेल से अब रिवर्स स्विंग खत्म हो रही है। वहीं, स्पिन फिंगर की भूमिका भी कम हुई है। इसके साथ ही अश्विन ने कहा कि 2027 में दक्षिण अफ्रीका में खेला जाने वाला वनडे विश्व कप आईसीसी के लिए असली चुनौती होगा क्योंकि वनडे प्रारूप अब संकट से गुजर रहा है। उन्होंने वनडे क्रिकेट को लाल गेंद से खेलने की भी वकालत की है।
उन्होंने कहा कि अब इस प्रारूप के बारे में गंभीरता से विचार करने का वक्त आ गया है।