पेरिस ओलंपिक 2024 में भारत की स्टार महिला पहलवान विनेश फोगाट को 50 किग्रा भार वर्ग के फाइनल में पहुंचने के बाद अयोग्य घोषित कर दिया गया है। मात्र 100 ग्राम अधिक वजन होने के कारण विनेश को इस बड़े टूर्नामेंट से बाहर होना पड़ा है। 

विनेश के 100 ग्राम ज्यादा वजन को लेकर भारतीय दल के मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. दिनशा पौड़ीवाला ने विनेश फोगाट का बयान सामने आया है। समाचार एजेंसी एएनआई से उन्होंने कहा कि "विनेश की पोषण विशेषज्ञ का मानना था कि वह जो सामान्य मात्रा में खाती हैं, यानी दिन भर में कुल 1.5 किलो, मुकाबलों के लिए पर्याप्त ऊर्जा प्रदान करती है। कभी-कभी प्रतियोगिता के बाद वजन में अचानक बढ़ोतरी होती है। विनेश के तीन मुकाबले थे, इसलिए निर्जलीकरण रोकने के लिए कुछ मात्रा में पानी देना जरूरी था।

डॉ. दिनशा के मुताबिक,  प्रतियोगिता के बाद विनेश का वजन सामान्य से अधिक बढ़ गया था और कोच ने वजन कम करने की सामान्य प्रक्रिया भी शुरू की, जो वह हमेशा विनेश के साथ करते थे। रात भर हमने वजन कम करने की प्रक्रिया जारी रखी। सभी प्रयास किए गए लेकिन विनेश का वजन 50 किलो की श्रेणी से 100 ग्राम अधिक था।

बकौल दिनशा-  हमने उनके बाल काटने और कपड़े छोटे करने जैसे सभी संभव कड़े उपाय किए। इसके बावजूद, हम 50 किलो के वजन वर्ग में नहीं आ सके। अयोग्य घोषित किए जाने के बाद, एहतियात के तौर पर, विनेश को निर्जलीकरण रोकने के लिए अंतःशिरा तरल पदार्थ दिया गया..."

 रोने लगे विनेश के चाचा महावीर फोगाट

विनेश का ओलंपिक से बाहर जाना भारतीय खेल जगत के लिए एक बड़ा झटका है। विनेश के अयोग्य घोषित किए जाने के बाद उनके चाचा महावीर फोगाट की आंखों में आंसू आ गए।। समाचार एजेंसी एएनआई से बातचीत में महावीर फोगाट ने कहा कि इस फैसले पर मैं क्या कहूं? कहने के लिए कुछ नहीं बचा है। हमें उससे गोल्ड की उम्मीद थी।

महावीर फोगाट ने कहा कि आज खुशी का दिन था। सबकुछ तैयारी कर रखी थी। सुबह 10 बजे जब यह खबर आई तो मैं कुछ नहीं कह सका। महावीर ने कहा कि सरकार इसमें कुछ नहीं कर सकती, सब कुछ फेडरेशन पर निर्भर करता है। महावीर फोगाट ने देशवासियों से कहा कि वे निराश न हों 2028  के ओलंपिक के लिए उसको तैयार करेंगे। मैंने बजरंग से भी कहा है।

सरकार की साजिशः विनेश के ससुर राजपाल राठी

विनेश के ससुर राजपाल राठी ने उनको अयोग्य घोषित किए जाने पर नाराजगी जाहिर की। राजपाल राठी ने एबीपी न्यूज से बात करते हुए कहा कि क्या 100 ग्राम वजन कोई ज्यादा वजह है। 100 ग्राम वजन तो 10 में कम ज्यादा हो सकता है। यह साजिश है। सरकार और बृजभूषण मिले हुए हैं।

राजपाल ने कहा कि एक बनियान निकाल दें तो 100 ग्राम वजन कम हो जाएगा। उन्होंने कहा, सिर के बाल हटा दें तो भी 100 ग्राम वजन कम हो जाएगा। राठी ने इसे विनेश के खिलाफ सरकार की साजिश बताया। राजपाल ने पेरिस में गई सपोर्ट टीम पर आरोप लगाते हुए कहा कि अगर 100 ग्राम वजन ज्यादा था तो उसके बाल कटा देते।

विनेश से सेमीफाइनल में हारने वाली गजमैन की फाइनल में एंट्री

विनेश फोगाट के अयोग्य घोषित किए जाने के बाद अब 50 किग्रा फ्रीस्टाइल कुश्ती फाइनल में क्यूबा की युस्नेलिस गजमैन, अमेरिकी पहलवान सारा एन हिल्डब्रैंड के खिलाफ खेलेंगी। विनेश ने अपने सेमीफाइल में युस्नेलिस को ही हाराय था। समाचार एजेंसी पीटीआई के मुताबिक, विनेश के अयोग्य घोषित किए जाने के बाद युस्नेलिस को फाइनल में जगह दी गई है।

देश के खिलाफ बहुत बड़ी साजिशः विजेंदर

 बॉक्सिंग में ओलंपिक पदक विजेता विजेंदर सिंह ने भी इसमें साजिश की बात कही है। टाइम्स नाउ से बात करते हुए विजेंदर ने कहा कि हम 1 रात 5-6 किग्रा वजन की तकनीक जानते हैं। 100 ग्राम तो कुछ भी नहीं है। पूर्व रेसलर ने कहा कि यह हिंदुस्तान के खिलाफ बहुत बड़ी साजिश है। देश के लिए यह बहुत बड़ा सदमा है।

फैसले को चुनौती देगा भारतीय कुश्ती संघ

वहीं, भारतीय कुश्ती संघ (WFI) ने कहा है कि वह अंतरराष्ट्रीय ओलंपिक समिति (IOC) के फैसले को चुनौती देगी। कुश्ती संघ के अध्यक्ष संजय ने समाचार एजेंसी से बात करते हुए कहा कि हर स्तर पर विरोध किया जाएगा।

संजय सिंह ने कहा, यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि विनेश को 100 ग्राम अधिक वजन होने के कारण अयोग्य घोषित कर दिया गया। 2 दिन तक उनका वजन स्थिर था, लेकिन रातों रात यह बढ़ गया। विनेश से गलती हुई है। न्यूट्रिशनिस्ट और कोच को इसका ध्यान रखना था।

विनेश ने युस्नेलिस गजमैन को 5-0 से हराया था

मंगलवार को विनेश ओलंपिक खेलों के फाइनल में पहुंचने वाली पहली भारतीय महिला पहलवान बन गईं, जब उन्होंने सेमीफाइनल में क्यूबा की युस्नेलिस गजमैन को 5-0 से हराया। उन्होंने अपने अभियान की शुरुआत दुनिया की नंबर-1, जापान की चार बार की विश्व चैंपियन और टोक्यो ओलंपिक की स्वर्ण पदक विजेता युई सुसाकी को हराकर की, जो पहलवान के रूप में अपने पूरे करियर में 95 अंतरराष्ट्रीय मैचों में अपराजित रहीं।

इसके बाद विनेश ने दिन के अपने दूसरे मुकाबले में यूक्रेन की ओक्साना वासिलीवना लिवाच को 7-5 से हराकर अपने पहले सेमीफाइनल में प्रवेश किया। 48 किग्रा में पूर्व विश्व नंबर 1 विनेश अपने तीसरे ओलंपिक में भाग ले रही थीं। वह चोट के कारण 2016 रियो ओलंपिक में पदक से चूक गईं। वह टोक्यो ओलंपिक में 53 किग्रा क्वार्टर फाइनल में वेनेसा कलादज़िंस्काया से हार गईं। विनेश राष्ट्रमंडल और एशियाई खेलों में स्वर्ण जीतने वाली पहली भारतीय महिला भी हैं।

आईएएनएस इनपुट के साथ